🔴वाराणसी। लंका थाना अंतर्गत नुआंव टड़िया गांव में विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। मौत की सूचना पर जब मायके वाले पहुंचे तो पति अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। इसपर मायके वालों ने फौरन पुलिस को सूचना दी और पति पर गला दबाकर बेटी की हत्या का आरोप लगाया। फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल पर आवश्यक जांच के बाद फारेंसिक टीम को बुलाया जिसने आवश्यक साक्ष्य इकट्ठे किये हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मृतक के पिता के अनुसार बेटी का पति शराब का आदि है और उसे लेकर आये-दिन मारपीट करता था। शराब पीने से मना करने पर ही उसने ह्त्या की है। वहीं मृतिका के सबसे छोटे बेटे ने बताया कि रात को पापा मम्मी की पिटाई कर रहे थे।
मृतिका सरस्वती देवी (35 ) के पिता छोटेलाल ने बताया कि गुरुवार की शाम एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे तो वह अपनी बेटी के घर भी गए थे। रात में बेटी के यहां न रुक के पड़ोस में रहने अपनी बहन के घर चला गया। आधी रात बाद अजीत ने उन्हें फोन कर बताया कि सरस्वती की तबीयत बहुत खराब हो गई है। वह जब अपनी बेटी के घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उसकी अंत्येष्टि की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी के सिर से खून बह रहा था। उनके दामाद ने उनकी बेटी की पिटाई करने के बाद उसका गला दबा कर मार डाला है। सरस्वती के शव की अंत्येष्टि की तैयारी में अजीत का चचेरा भाई सुनील भी शामिल था।
वहीं मृतिका के पति के अनुसार सरस्वती ने फांसी लगा ली थी जिसे उतारा पर तब तक उसकी मौत हो गयी थी। इस सम्बन्ध में लंका इंस्पेक्टर वेद प्रकाश राय ने बताया कि मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि नुआंव टड़िया गांव में सरस्वती देवी अपने पति राजगीर अजीत राजभर, एक बेटी और दो बेटों के साथ रहती थी। रोहनिया थाना अंतर्गत टोडरपुर गांव की सरस्वती देवी और अजीत का विवाह वर्ष 2006 में हुआ था