देवरिया 21 अक्टूबर। अध्यक्ष/राज्यमंत्री श्रम कल्याण परिषद, उत्तर प्रदेश, पं० सुनील भराला आज विकास भवन गांधी सभागार में श्रम विभाग की संचालित योजनाओं की समीक्षा किए। उन्होने श्रम विभाग की संचालित योजनाओं को अभियान का रुप देते हुए उसे पात्रो तक पहुॅचाये जाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता न हो। योजना अनुरुप जो भी पात्र हो उन्हे इसे जोडे और इसका लाभ पहुॅचाएं। उन्होने आगाह करते हुए यह भी कहा कि जिस जनपद में 25 से कम लाभार्थियों का आच्छादन मिलेगा उस संबंधित श्रम प्रवर्तन अधिकारी का वेतन रोकने की भी कार्यवाही की जायेगी।
अध्यक्ष श्री भराला ने इस दौरान बताया कि श्रम कल्याण परिषद संचालित योजनाओं में अभी तक प्रगति शून्य है, इस पर उन्होने विशेष रुप से बल देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अन्दर विस्तृत रुप से अभियान का रुप लें और अधिक से अधिक प्रगति लायें व लाभार्थियों को जोडे । उन्होने कहा कि इसके तहत संचालित विभिन्न योजनाओं में ऐसे श्रमिक जो कारखाना, वाणिज्य प्रतिष्ठानों एवं संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले जिनका मासिक वेतन 15 हजार से कम है, वे इन योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिक वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन कर सकते है। उन्होने मुख्य विकास अधिकारी को श्रम विभाग की योजनाओं का प्रत्येक सप्ताह अनुश्रवण कर उसमें तेजी लाए जाने के निर्देश दिए।
श्री भराला ने श्रम कल्याण परिषद द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत श्रमिक हित में 08 योजनायें संचालित है। उत्तर प्रदेश में श्रमिकों के पुत्र-पुत्रियों के प्राविधिक शिक्षा में प्रवेश पाने पर आर्थिक सहायता(छात्रवृत्ति) वितरण संबंधित योजना वर्तमान में एपीजी अब्दुल कलाम प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना, डिग्री पाठ्यक्रम रुपए 15 हजार, डिप्लोमा पाठ्यक्रम रुपए 10 हजार व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए 07 हजार रुपए दिया जाना प्राविधानित है। श्रमिकों के मेधावी पुत्र/पुत्रियों को पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने संबंधित गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार राशि योजना, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, परास्नातक की परीक्षा 60 प्रतिशत या उससे अधिक अंक से उत्तीर्ण होने पर रुपए 05 हजार एवं 75 प्रतिशत या उससे अंक से उर्त्तीण होने पर 7500 रुपए का प्रोत्साहन राशि इस योजना के साथ दिए जाने की अनुमन्यता की गयी है। औद्योगिक प्रतिष्ठानो के मृतक श्रमिको के विधवाओं/आश्रितों को राजा हरिशचन्द्र मृतक योजना आश्रित सहायता योजना के तहत रुपए 25 हजार की सहायता दी जायेगी। श्रमिको के पुत्रियो का कन्यादान के रुप में ज्योतिबा फूल कन्यादान योजना रुपए 51 हजार, दत्तोपंत ठेगरी मृतक अन्त्येष्टी सहायता योजना के तहत 10 हजार की सहायता धनराशि दी जायेगी।
राज्यमंत्री श्री भराला ने इसी क्रम में बताया कि श्रमिकों के ऐेसे पुत्र/पुत्रियां जिनका चयन जिला, राज्य, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय खेलो में हुआ है उन्हे सहायता के रुप में चेतन चौहान क्रीडा प्रोत्साहन योजना के तहत क्रमशः 25 हजार, 50 हजार, 75 हजार एवं 01 लाख की प्रोत्साहन धनराशि इन स्तरो पर प्रतिभाग किए जाने पर दी जायेगी। श्रमिकों की ऐसे पुत्रियां जो परस्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रही है, उन्हे महादेवी पुस्तक कार्य धन योजना अन्तर्गत रुपए 7500 एवं श्रमिक परिवारों को ऐतिहासिक धार्मिक, दर्शनीय एवं अन्य धार्मिक स्थलो की यात्रा हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने हेतु श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना संचालित की गयी है, जिसके तहत 12 हजार रुपए की धनराशि ऐसे परिवारों को यात्रा पर दी जायेगी।
अध्यक्ष श्रम बोर्ड कल्याण परिषद श्री भराला ने उपस्थित श्रमिक, उद्योग, व्यापार सहित विभिन्न अन्य सगठनो के पदाधिकारियों से अपेक्षा करते हुए कहा कि इन योजनाओं का लाभ श्रमिको तक पहुॅचाये जाने के लिए अपना योगदान दें और योजनाओ का अधिक से अधिक व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए उन्हे जागरु करें, जिससे वे इसका लाभ उठा सके। उन्होने श्रमिको से भी अपेक्षा करते हुए कहा कि संचालित योजनाओ का लाभ उठाने के लिए वे आगे आये और वे अपना पंजीयन इन योजनाओं में अवश्य ही करायें। उन्होने प्रतिष्ठानो के मालिको से भी कहा है कि वे अपने वहां काम करने वाले श्रमिकों का विवरण दे, जिससे कि उन्हे लाभान्वित किया जा सके। उन्होने यह भी कहा कि प्रतिष्ठान मालिको से श्रमिको के काम करने के संबंध में प्रमाण पत्र प्राथमिकता के आधार पर ले, यदि किसी प्रकार की कोई आनाकानी हो तो इसके लिए श्रम प्रवर्तन अधिकारी भी सक्षम प्राधिकारी होगें, जो अपने स्तर से सर्वे कर ऐसे श्रमिको का प्रमाण पत्र निर्गत कर सकेगें।
आयोजित इस समीक्षा बैठक उपरान्त राज्यमंत्री श्री भराला मीडिया से भी रुबरु हुए व संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करते हुए उनकी भागीदारी की भी अपेक्षा किए और व्यापक प्रचार प्रसार पर बल दिया। कहा कि योजनायें श्रमिक हित में संचालित हैं, उसका लाभ पहुॅचाये जाने में आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, श्रम प्रवर्तन अधिकारी शशि सिंह, उपायुक्त उद्योग अनुराग यादव, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष शक्ति गुप्ता, पटरी व्यावसायी अध्यक्ष मंटू जायसवाल सहित व्यापार कर, जिला क्रीडा अधिकारी आदि विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।