🛑देवरिया

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद देवरिया के शिक्षक प्रतिनिधियों ने आज जिला संयोजक जयशिव प्रताप चन्द के नेतृत्व में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों से संबंधित विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और वित्त एवं लेखाधिकारी से मुलाकात किया। शिक्षक प्रतिनिधियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और वित्त एवं लेखाधिकारी से अनुरोध किया कि शिक्षकों के बोनस, मंहगाई भत्ते के बकाया और अन्य बकाया देयकों को दीपावली के पहले भुगतान किया जाए। साथ ही मांग किया गया कि देवरिया सदर विकास खंड में सितंबर माह में निपुण भारत के प्रशिक्षण में एक महिला शिक्षिका के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने के मामले में उक्त शिक्षिका द्वारा दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र पर प्रकरण में सत्यता की जांच कर यदि संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी दोषी हैं तो उचित विभागीय कार्रवाई किया जाए।
25 की छुट्टी के लिए भी मांग की गई है ,जिसपर ऊपर के स्तर से निर्णय लिया जाना है।
छठ पूजा अंतर्गत 31 अक्तूबर को निर्बंधित अवकाश हेतु पत्रक देकर मांग रखी गई है।
इसके अलावा शिक्षकों की जनपदीय वरिष्ठता सूची बनाने ,निरीक्षण में 1 दिन अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन कटौती नहीं किए जाने , प्राथमिक के नवनियुक्त शिक्षकों जिनका सत्यापन पूर्ण हो चुका है उनके बकाया का समय से भुगतान करने, जनपद के शिक्षकों के उपार्जित अवकाश (E.L)को मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट किए जाने का अनुरोध किया गया। प्रतिनिधिमंडल में अशोक तिवारी, प्रमोद कुशवाहा, ज्ञानेश यादव, विवेक मिश्र, विपिन दुबे, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, शशिभूषण चौबे, अब्दुल्ला सिद्दिकी, विवेक पाण्डेय, राम बहादुर सिंह, रजनीकांत तिवारी, आशुतोष मिश्र अमन , अभिषेक जायसवाल, विवेकानंद मिश्र,अभयेन्द्र कुमार, नवनीत कुमार आदि शिक्षक प्रतिनिधि और शिक्षक उपस्थित थे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रयास के फलस्वरूप आज बोनस भुगतान हेतु पत्र लेखाधिकारी कार्यालय से जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को मेल कर दिया गया है। साथ ही समस्त विकास खंड के लेखाकारों को त्वरित गति से बोनस बिल खंड शिक्षा अधिकारी महोदय से प्रमाणित कर कल पूर्वाह्न तक भेजने के लिए फोन किया गया। बोनस बिल कल ट्रेज़री चला जायेगा और दीपावली के पहले भुगतान हो जाने की प्रबल संभावना है।
इसके अलावा डी०ए० परिवर्तन (31%से34%) का बिल आज ट्रेज़री चला गया है,और इसका भुगतान कल ही हो जाने की प्रबल संभावना है”।
ए आर पी के मानदेय में कटौती न करने की बात कही गई।