अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
क्षेत्र के ग्रामपंचायत राजधानी
निवासी तथा 4फरवरी 1922 को पुलिस कर्मियों सहित चौरी चौरा थाना फूंकने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले शहीद अब्दुल्ला के परिवार की उपेक्षा तथा उनकी
पौत्री सबरतून की दो दिन पहले निधन पर सरकारी उपेक्षा से आहत सपा नेता कालीशंकर उनके परिवार संग शनिवार को धरने पर बैठ गए।जब इसकी जानकारी तहसील प्रशासन को हुई तो एस डी एम के निर्देश पर शहीद अब्दुल्ला के घर पहुंच कर नायब तहसीलदार अलका सिंह,कानूनगो मुकेश चौधरी तथा हल्का लेखपाल नितेश गुप्ता के पहुंच उनके स्वजनों से बात की।स्वजनों की मांग है कि शहीद अब्दुल्ला के घर जाने वाली लिंक रोड को पीच कराने,आवास देने,परिवार को चिकित्सा कार्ड देने,विद्युत कनेक्शन दिए जाने,पेंशन व आर्थिक सहायता देने तथा चौरी चौरा जन क्रान्ति में शहीद हुए परिवारों को तीन पीढ़ी के बाद भी पेंशन देने की मांग रखी।उक्त मांगो के संबंध में नायब तहसीलदार अलका सिंह को मांग पत्र दिया गया।स्थानीय स्तर से पूरा होने मांगो को पूरा करने का आश्वासन अलका सिंह ने दिया।अन्य मांग को शासन स्तर पर भेजने की बात कही।इसके बाद अनशन समाप्त हो गया।
धरने पर मजहर अली,अब्दुल साहिल,रंजित,आकाश यादव,अभिषेक प्रताप,इकरार अली, विवेक,दीपक शर्मा,लालमन,देवेंद्र आदि बैठे थे।