डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। बेतिया, गोपालगंज के साथ ही समस्तीपुर में शराब पीने से हुई मौत के बाद सरकार कड़ा रुख भले ही अख्तियार कर लिया हो, लेकिन मुंगेर जिले के पहाड़ी इलाकों में अब भी अवैध शराब महुआ शराब के साथ इंग्लिश शराब की बिक्री बेरोकटोक जारी है। जिस तरह से मुंगेर जिले में बेरोकटोक शराब का निर्माण व बिक्री हो रही है। उससे साफ पता चलता है कि मुंगेर में भी बेतिया व गोपालगंज की तरह दुःखद घटना घट सकती है।
बताया जाता है कि मुंगेर जिले के धरहरा थाना क्षेत्र के बरमन्नी, बिलोखर, बरमसिया, बांझीटांड, अमानत, कालीस्थान, लकड़ीहार लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के बंगलवा, लकडकोला, सराधी, करैली, बंगलवा, गोपालीचक, सवैया, सखौल सहित अन्य गांवों में अवैध शराब का निर्माण बेरोकटोक जारी है। बताया जाता है कि इस धंधे में धरहरा थाना के एक पुलिस वाहन चालक के साथ ही एसपीओ व चौकीदार की मिलीभगत से अवैध शराब का निर्माण व बिक्री बेरोकटोक किया जा रहा है। जब कभी भी पुलिस प्रशासन व उत्पात विभाग के द्वारा शराब माफियाओं पर नकेल कसने का अभियान चलाया जाता है। उससे पूर्व ही पुलिस में तैनात वाहन चालक, एसपीओ व चौकीदार के द्वारा शराब माफियों को छापेमारी की जानकारी दे जाती है। इसके साथ ही मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर, संग्रामपुर, टेटिया बम्बर, तारापुर, सदर प्रखंड के दियारा इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी महुआ के नाम पर केमिकल , एल्ड्रिन, स्प्रिट, एसिड के साथ पशुओं को दूध उतारने के लिए काम मे आनेवाली दवा का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। बताया जाता है कि शराब माफियाओं से पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से शराब माफियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। शराबबंदी के बाद स्थिति ऐसी हो गई है कि अब तो हर गांव में शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है। शराब की हो रही खुलेआम बिक्री ने लोगो का जहां जीना मुहाल कर दिया है। वहीं सभ्य समाज के लोग नीतीश सरकार को भी कोसते नजर आ रहे है। मुंगेर के बुद्धिजीवियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीआइजी पंकज कुमार सिंह, एसपी जगुनाथ जला रेड्डी से अवैध शराब की बिक्री व निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।