बस्ती, 12 नवंबर।
शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण के अभियान के क्रम में अब हर घर दस्तक नामक एक नए अभियान को शामिल किया गया है। तीन नवंबर से शुरू हुए इस अभियान में टीकाकरण कार्यक्रम को गति प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है, यह पूरे माह चलेगा। टीकाकरण में यह काफ़ी महत्वपूर्ण साबित होगा। स्वास्थ्यकर्मी सुदूरवर्ती तथा दुर्गम क्षेत्रों में घर-घर जाकर आमजन, महिला, वृद्ध, दिव्यांग आदि का कोविड टीकाकरण करा रहे हैं। कोविड टीकाकरण के लिए तैयार सेशन साइट तक नहीं पहुंच पाने वाले लोगों के लिए भी हर घर दस्तक अभियान मददगार बनेगा। अभियान को लेकर भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किया है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन का कहना है कि शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए विभाग की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

हर घर दस्तक अभियान में होगा टीकाकरण
हर घर दस्तक अभियान के तहत तीन नवंबर से 30 नवंबर तक कोविड टीका के पहले तथा दूसरे डोज देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर पहुंचकर लोगों को जागरूूक कर टीकाकरण किया जा रहा है। राज्यों को निर्देश दिया गया है कि टीकाकरण को गति प्रदान करने के लिए 50 से 100 की संख्या में वैक्सीनेशन टीम या टोली बनाई जाए। टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रचार टोली बनाई जाए। वैक्सीनेशन तथा प्रचार टोलियों को चिन्हित क्षेत्रों में भेज कर समयबद्ध तरीके से आमलोगों का शत प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराया जाए।

कोविड वैक्सीनेशन प्रतियोगिता का करें आयोजन
टीकाकरण में लगी टीमों को प्रेरित करने के लिए अंतरराज्यीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 24 घंटे के भीतर सबसे अधिक संख्या में वैक्सीनेशन करने वाली पांच टीमों को सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार रैकिंग सिस्टम विकसित करेगी। राज्य, जिला तथा ब्लॉक स्तर पर टीमों को सम्मानित करने के लिए चिन्ह्ति किया जाएगा। .

क्षेत्र के असरदार व प्रबुद्ध लोगों का लिया जाए सहयोग
बाजार और हाट वाले दिनों में टीकाकरण के प्रति जनजागरूकता लाने का काम किया जाए। जहां बाजार हाट लगते हों, वहां वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जाए। वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए समाज के असरदान व प्रबुद्ध लोगों जैसे धार्मिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, डॉक्टर, जनप्रतिनिधि, खेल जगत की हस्तियां, सेना आदि सेवाओं से सेवानिवृत लोग, एनसीसी कैडेट, एनएसएस के स्वयंसेवक आदि की मदद ली जाए। इनके माध्यम से ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में विशेषकर उन जगहों पर जहां लोगों द्वारा पहला तथा दूसरा डोज लेने की संख्या कम है, वहां उन्हें संवेदीकरण कार्यों में शामिल किया जाए।

सोशल मीडिया में नए प्रयोग करने पर बल
कोविड टीकाकरण को लेकर सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल करने कि सलाह पत्र में दी गई है। कोविड वैक्सीनेशन के विरुद्ध लोंगों में अगर किसी तरह की शंका है तो उसे दूर करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाए। टीका लगवा चुके लोगों के सकारात्मक अनुभवों को साझा किया जाए, तथा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए। 18 से अधिक उम्र के लोगों के शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण के लिए अन्य नए तरीकों का इस्तेमाल करने को भी कहा गया है।