🔴वाराणसी मिर्ज़ामुराद। स्थानीय थाना क्षेत्र स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ,अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर नरेंद्र रघुवंशी जी के दिशा निर्देश में प्राकृतिक खेती महा अभियान के तहत वैज्ञानिकों के दल द्वारा जनपद वाराणसी स्थित ग्राम छितोनी में किसानों के प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया। इसी क्रम में वैज्ञानिकों ने किसानों के साथ संगोष्ठी का कार्यक्रम भी किया, जिसमें किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए उसके घटकों के बारे में बताया जैसे बीजामृत, जीवामृत तथा घनजीवामृत बनाने की विधि तथा फसलों में प्रयोग करने का तरीका। इसी क्रम में फसलों में लगने वाले कीट एवं व्याधियों के प्रबंधन हेतु प्राकृतिक कीटनाशक नीमा स्त्र, अग्नियास्त्र, ब्रह्मास्त्र तथा दशपर्णी अर्क को बनाने तथा उसके प्रयोग के बारे में बताया। वैज्ञानिकों ने बताया कि किस प्रकार प्राकृतिक खेती विश्व मुक्त उत्पाद तथा स्वस्थ जीवन का सृजन करती है। यदि किसान प्राकृतिक खेती को अपनी कृषि पद्धति का एक हिस्सा बनाता है तो उसकी लागत दिन प्रतिदिन कम होती जाएगी और उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी होती रहेगी। प्राकृतिक खेती मृदा में कार्बनिक पदार्थ को बढ़ाता है जिससे पौधे पोषक तत्वों को आसानी से ग्रहण करने में सक्षम हो जाते हैं।