✍️डॉ शशि कांत सुमन

🟥मुंगेर। शुक्रवार को जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने जिले में समग्र शिक्षा कार्यक्रम अंतर्गत लंबित विद्यालय भवनों के निर्माण कार्य की गहन समीक्षा की गयी। सहायक अभियंता शिक्षा विभाग द्वारा जानकारी दी गयी कि जिले में कुल 32 विद्यालय ऐसे है, जहां निर्माण कार्य लंबित है। उनमें से कुल 21 विद्यालयों ऐसे है जहां या तो प्रधान शिक्षक की मृत्यु हो गयी है अथवा न्यायालय में मामला लंबित रहने के कारण निर्माण कार्य अवरूद्ध है। शेष 11 विद्यालयों में संबंधित प्रधानाध्यापक की शिथिलता एवं लापरवाही के कारण विद्यालय भवन निर्माण कार्य अवरूद्ध एवं लंबित है। ये विद्यालय मध्य विद्यालय इन्दुरूख, प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला, सलेमपुर, मध्य विधालय मुश्कीपुर, तारापुर-2, बनहरा, प्राथमिक विद्यालय छोटकी खुरूई मध्य विधालय बारीचक, झिकुटिया, गोबठ्ठा, कुल्हड़िया एवं कठना है। जिला पदाधिकारी द्वारा इसे गंभीरता से लिया गया एवं नाराजगी व्यक्त की गयी। उन्होंने सहायक अभियंता को निर्देश दिया कि राज्यस्तरीय निर्देश के आलोक में यदि एक सप्ताह के अंदर संबंधित विद्यालयों के शेष बचे लंबित निर्माण कार्य आरंभ नहीं कराया जाता है, तो वैसी परिस्थिति में संबंधित विद्यालय के प्राधानाध्यापक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए राशि की वसूली हेतु नीलाम पत्र वाद दायर करें । नीलाम पत्र बाद में वसूलनीय राशि अद्यतन निर्माण लागत दर पर की जाय। इसके अतिरिक्त संबंधित प्राधानाध्यापक के विरूद्ध प्रपत्र क में आरोप गठित करते हुए एवं निलंबित करते हुए उन्हें सरकारी सेवा के लिए आयोग्य हेतु विभागीय कार्रवाई आरंभ करें।