✍️वीरेंद्र सिंह

🟥जगदीशपुर अमेठी।सरकार द्वारा लाखों की लागत से बनवाए गये सामुदायिक शौचालयों की हालत बद से बदतर होकर मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं विभागीय अधिकारियों द्वारा की अनदेखी के चलते यह योजना फ्लाप होकर मात्र कागजी बनकर रह गया है जो विकास की हकीकत बयां कर रहा हैं ।
विकास खंड के अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत इटरौर जहां निर्मित सामुदायिक शौचालय की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यह शौचालय नहीं कोई कबाडखाना है ढेरों लगा गंदगी का अंबार व लैटरिन सीट के दोनों तरफ की दीवारें नदारद हैं और जो कुछ बचा है वह भी क्षतिग्रस्त होता जा रहा है ग्रामीणों नें बताया कि सामुदायिक शौचालय संचालन से पूर्व ही जर्जर व बर्बाद होता जा रहा है तैनात कर्मचारी कागजी खानापूर्ति कर मलाई काटने में मस्त हैं ।गौरतलब हो कि स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में ऐसे कई सामुदायिक शौचालय शोपीस बनकर रह गए हैं ग्रामीणों नें आला अफसरों से मांग किया है कि मौका जांच के उपरांत उचित कार्रवाई की जाए जिससे योजना का लाभ ग्रामीण उठा सकें ।इस सम्बन्ध में सीडीओ अमेठी ने बताया कि जांच के उपरांत दोषियों के विरूद्ध कडी कार्यवाई की जाएगी।