53776465/- रूपये की हुयी बैंक ऋण वसूली।
▫️54330/- रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी।
▫️1756400/- रूपये अर्थदण्ड की वसूली की गयी।
▫️7883000/- रूपये का दिलाया गया मोटर दुर्घटना प्रतिकर।

🟥संत कबीर नगर/ जनपद एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त शुक्ल की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर जिला जज ने इसका शुभारम्भ किया।
लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों तथा फोरमों में कुल 13262 मुकदमें लगाए गए थे जिनमें से 1049 मामलों का निस्तारण किया गया। कुल 1756400/-रूपये का अर्थदण्ड एवं 53776465/- रूपये की बैंक ऋण वसूली हुयी। मोटर दुर्घटना न्यायाधिकरण द्वारा 7883000/- रूपये प्रतिकर दिलाया गया और 54330/- रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री हरिकेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत दीवानी न्यायालय के अलावा जनपद की तीनों तहसीलों खलीलाबाद, मेंहदावल और धनघटा में भी लोक अदालत आयोजित हुई। लोक अदालत में विभिन्न बैंको द्वारा शिविर लगाए गए, जिनमें 670 मामलों का निपटारा किया गया और पांच करोड़ सैंतीस लाख छिहत्तर हजार चार सौ पैंसठ रूपये की ऋण वसूली की गयी। दीवानी न्यायालय में 13262 मुकदमों में से 1049 मुकदमों का निस्तारण किया गया जिनमें सत्रह लाख छप्पन हजार चार सौ रूपये का अर्थ दण्ड वसूल किया गया। प्रशासनिक वादों में कुल 1269 में से 1250 मामलों का निस्तारण किया गया।
न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश लक्ष्मीकान्त शुक्ल की कोर्ट में कुल 05 मामलों का निस्तारण करते हुए 550/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना अधिकरण आशीष जैन की कोर्ट में कुल 51 मामलों का निस्तारण करते हुए रूपये 78,83,000/- प्रतिकर दिलाया गया। अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी परिवार न्यायालय श्री राकेश कुमार पंचम द्वारा कुल 18 में से 06 मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किया गया। अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/नोडल अधिकारी लोक अदालत अनिल कुमार वशिष्ठ की अदालत में कुल 28 मामलों का निस्तारण करते हुए 1000 रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। अपर जनद एवं सत्र न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0 दिनेश प्रताप सिंह की कोर्ट में 10 मामलों का निस्तारण करते हुए 1500 रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। मुख्य न्यायिक मजिस्टेट शिखा रानी जायसवाल की कोर्ट में कुल 303 मामलों का निस्तारण करते हुए 1480650/- रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। सिविल जज सीनियर डिवीजन महेन्द्र कुमार सिंह की कोर्ट में 141 वादों का निस्तारण करते हुए 54330/-रूपये का अर्थ दण्ड वसूला गया एवं 9 वादों में रूपये 491189/- का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। सिविल जज जू0डि0 दीपक कुमार सिंह द्वारा कुल 62 फौजदारी मामलों का निस्तारण करते हुए 5800/- रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। न्यायिक मजिस्टेट प्रभात कुमार दूबे द्वारा कुल 263 मुकदमों का निस्तारण करते हुए 54090/रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। सिविल जज जू0डि0 (एफटीसी-द्वितीय) अजीत कुमार मिश्रा द्वारा 93 मामलों का निस्तारण करते हुए 75300/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया एवं सिविल जज जू0डि0 (एफटीसी-प्रथम) मो0 फराज अहमद द्वारा 74 मामलों का निस्तारण करते हुए 74900/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया एवं जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोश आयोग में कुल 01 मामलों का निस्तारण करते हुए 8280/- का अर्थदण्ड वसूला गया। इस अवसर पर न्यायिक अधिकारीगण, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत, न्यायालय के कर्मचारीगण, पराविधिक स्वयं सेवक समेत तमाम वादकारीगण उपस्थित रहें। उक्त सूचना जिला प्राधिकरण के सचिव हरिकेश कुमार द्वारा दी गयी।