कजरा में बिजली घर के निर्माण के लिए टेंडर हुआ जारी

22 जनवरी तक निर्माण एजेंसियों को दे दिया जाएगा काम

मार्च 2024 से कार्य शुभारंभ करने का लक्ष्य

अधिगृहित जमीन का चहारदीवारी का कार्य शुरू

कजरा बिजली घर से 185 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन

💢डॉ शशि कांत सुमन

🧶लखीसराय। बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड के कजरा बिजली घर से 185 मेगावाट सोलर बिजली का उत्पादन होने लगेगा। देश में सोलर बिजली का यह सबसे बड़ा भंडारण क्षमता वाला यूनिट है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने कजरा बिजली घर से उत्पादन शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है।

22 जनवरी तक चयनित एजेंसियों को काम दे दिया जाएगा। मार्च तक कजरा बिजली घर का काम शुरू करने का लक्ष्य है। कजरा बिजली घर की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर कंसल्टेंट कंपनी मेसर्स गुजरात एनर्जी रिसर्च एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (जर्मी) ने तैयार किया है।

कंसल्टेंट कंपनी से वर्तमान बाजार परिदृश्य, स्टैंडर्ड प्रैक्टिस तथा परियोजना की संभाव्यता पर विचार-विमर्श करते हुए बिजली कंपनी ने यह निर्णय लिया है।

कंपनी ने सौर ऊर्जा संयंत्र की ईपीसी लागत 1188.41 करोड़ जबकि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली की लागत 621.93 करोड़ का अनुमान लगाया है।

इसके अतिरिक्त उपयोग के आधार पर सामान्यत 12 वर्षों की अवधि के पश्चात इन बैट्रियों को बदलने की अनुमानित लागत 435.35 करोड़ होगी।

पीक आवर में 45.40 मेगावाट आपूर्ति होगी

इस प्लांट से न सिर्फ दिन में 185 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, बल्कि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीइएसएस) के माध्यम से देर शाम पीक आवर में भी 45.40 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा सकेगी।

पूर्व से है जमीन अधिगृहित,चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू

कजरा पावर प्लांट के लिए कुल 1249.75 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना था। सरकार द्वारा चार मौजा महरथ, विशनपुर, घोघी एवं बरियारपुर में 1578 किसानों से अब तक 1218.4875 एकड़ जमीन अर्जित पहले से अधिगृहित कर लिया गया है। जिस पर चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू है। इस कार्य के पूर्ण कराने के लिए जहां खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिलचस्पी ले रहे थे।

वहीं इस कार्य को लोकसभा चुनाव से पूर्व कार्य को शुरू कराने के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुंगेर के सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह का अहम योगदान माना जा रहा है।

ठंडे बस्ते में चली गई थी यह परियोजना

कजरा पावर प्लांट में ताप विद्युत केन्द्र से बिजली तैयार करने के लिए अडानी ग्रुप सहित अन्य से बात हुई और स्थल का भी निरीक्षण किया गया था। बीतते समय के

साथ परियोजना को ठंढे़ बस्ते में डाल दिया गया था। सरकार द्वारा एक बार फिर से परियोजना पर काम शुरू किया जा रहा है। यहां अब सौर ऊर्जा से बिजली तैयार कर रोशन किया जाएगा।