कांग्रेस के प्रति आकर्षण बढ़ता नजर आया – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन

✍️ANA/Indu Prabha

🟥खगड़िया। बिहार की बेटी और उत्तर प्रदेश की बहु लोकप्रिय सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने कोशी कॉलेज परिसर में बने विशाल रंगमंच से बेरोजगारी, किसानों की समस्या आदि पर आधारित लोकगीत अपनी सुरीली आवाज में गाकर फरकिया के श्रोताओं का मन मुग्ध कर लिया। उन्होंने युवा वर्गों को अपनी ओर आकर्षित किया परिणामस्वरूप गीत के बीच बीच में तालियां और वाह वाही खूब बटोरी। बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने फरकिया की धरती पर पधारने और सांस्कृतिक गंगोत्री में डुबकी लगवाने के लिए सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका नेहा सिंह राठौड़ को ढेर सारी बधाईयां देते हुए साधुवाद दिया। आगे उन्होंने कहा नेहा बिहार के कैमूर ज़िले की रहने वाली हैं

 

 

जिन्होंने कानपुर (यूपी) से ग्रेजुएशन किया।विगत 2016 से ही प्रकृति और हमारे सामाजिक गतिविधियों और समस्याओं पर आधारित भोजपुरी लोक गीत गा रही हैं। नेहा का पहला हिट गाना था- “रोजगार देबा कि करबा ड्रामा, कुर्सियां तोहरे बाप के ना है” । डॉ वर्मा ने इस मनमोहक व आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन कर्ता फरकिया के लाल व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ चन्दन यादव को भी धन्यवाद दिया। कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा में पद यात्रा कार्यक्रम के तहत ही कोशी कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ज़िले में इस यात्रा को लेकर काफ़ी चर्चा हुई और कांग्रेस के प्रति आकर्षण भी बढ़ता नजर आया।