वाराणसी से अश्विनी कुमार चौहानवाराणसी।लंका कुछ दिन पहले एक टी वी न्यूज़ चैनल के स्ट्रींग ऑपरेशन के माध्यम से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद का क्रूर व भयानक रूपी असली चेहरा निषाद समाज और देश के सामने खुली किताब की तरह आ गया। संजय निषाद द्वारा वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वर्तमान विहार सरकार में कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी और उनके पार्टी कार्यकर्ता के खिलाफ षड्यंत्र रचे जाने पर गुरुवार को बीआईपी पार्टी कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित होकर मुख्य द्वार लंका गेट पर संजय निषाद का पुतला फूंका था। जिसके बाद लंका पुलिस ने वीआईपी पार्टी के चार छात्र पार्टी कार्यकर्ताओं को शांति भंग में चालान कर दिया था। अफसोस जनक बात यह रही कि वीआईपी पार्टी के बड़े-बड़े पदाधिकारियों ने भी लंका थाने में बंद पार्टी के चारों कार्यकर्ता से सीधे अपना अपना पल्ला झाड़ा लिया।

*एक्शन मोड में जिला अध्यक्ष सुचित कुमार साहनी ने चारों कार्यकर्ताओं को छुडवाया*

वीआईपी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुचित कुमार साहनी विगत कई दिनों से डेंगू बीमारी के कारण अस्वस्थ चल रहे थे। लंका गेट के मुख्य द्वार पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा संजय निषाद का पुतला फूंके जाने के बाद पार्टी के लोग जहां-तहां भाग चले, लेकिन पार्टी के चार छात्र कार्यकर्ताओं को लंका पुलिस ने दबोच लिया। और शांति भंग मामले में चारों को धारा 151 में चालान कर दिया। लंका थाने में बंद पार्टी कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़वाने के लिए पार्टी का कोई भी पदाधिकारी नहीं पहुंचा। शाम होने तक वीआईपी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुचित कुमार साहनी को जब पूरे मामले की जानकारी हुई तो बीमार हालत में ही लंका थाने पहुंच गए। और पार्टी कार्यकर्ताओं का हाल समाचार जाना और आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द छुड़वा देंगे शुक्रवार को सुचित कुमार साहनी ने पार्टी के चारों कार्यकर्ताओं को छुड़वा लिया। और उनके परिवार को सुरक्षित सौंप दिया। सुचित कुमार साहनी अपनी तत्परता और पार्टी कार्यकर्ताओ के प्रति सच्ची निष्ठा और पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करने वाले व्यक्ति है।