✍️सत्येंद्र यादव

डीएम व एसएसपी ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

🟠मथुरा – जिला प्रशासन द्वारा रेप केस में त्वरित न्याय दिलानी पर जेष्ठ अभियोजन अधिकारी सहसेंदु एवं स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु एडवोकेट को प्रशस्ति पत्र देकर के सम्मानित किया गया। कलेक्ट्रेट स्थित जिला मीटिंग हॉल में जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने अभियोजन अधिकारी एवं स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने मात्र 15 कार्य दिवस में बलात्कारी को फांसी तक पहुंचाने में तुरंत न्याय दिलाने में महती भूमिका अदा की है। जेष्ठ अभियोजन अधिकारी सहसेंदु व उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। इससे पहले भी श्रीमती अलका उपमन्यु एवं उनकी अभियोजन टीम ने 26 दिन में बलात्कारी को फांसी दिलाने में महत्वपूर्ण का अदा की थी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सभी को तुरंत न्याय दिलाने में मेहती भूमिका अदा करनी चाहिए, जिससे अपराधियों में खौफ पैदा हो और बलात्कार एवं छेड़खानी की घटनाओं में अंकुश लग सके। इस विशेष उपलब्धि पर स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु एडवोकेट को पहले भी जिलाधिकारी, एसएसपी, एडीजी राजीव कृष्ण, जेष्ठ अभियोजन अधिकारी तथा प्रदेश के गृह सचिव संजय प्रसाद और डीजीपी व अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एवं तत्कालीन अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन आशुतोष पांडेय ने डीजीपी कार्यालय लखनऊ में पुलिस मेडल देकर सम्मानित किया था।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु को या प्रशस्ति पत्र दूसरी बार दिया है पहले भी उन्होंने 26 दिन में एक अभियुक्त को फांसी दिलाने में महत्व भूमिका अदा की थी और अब मात्र 15 दिन में अभियुक्त को बलात्कारी को फांसी दिलाने में महकती भूमिका अदा की है।
जिलाधिकारी व एसएसपी द्वारा गुरुवार को अभियोजन अधिकारी सहसेंदु, स्पेशल डीजीसी श्रीमती अलका उपमन्यु एडवोकेट, थाना सदर बाजार प्रभारी जसवीर सिंह, कोर्ट मोहर्रर सुनील पाठक व पेरोकार सुमित बंसला को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे, सूचना अधिकारी प्रशांत सुचारी, नारायण सिंह व अभियोजन के अधिकारी व सरकारी अधिवक्तागण उपस्थित थे।