रिफाइनरी नगर में चार दशकों से चली आ रही है गरवा एवं दुर्गा पूजा की परंपरा

✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

🟥मथुरा- कान्हा की नगरी मथुरा में आधुनिक मंदिर के नाम से विश्व-विख्यात इंडियन ऑयल की छठी रिफाइनरी मथुरा रिफाइनरी के टाउनशिप में चार दशकों से दुर्गा पूजा एवं गरवा की परंपरा चली आ रही है। दो वर्ष कोरोनाकाल के चलते कार्यक्रम आयोजित नही हो सके थे, इसलिए इस वर्ष कार्यक्रम को भव्य एवं दिव्य रूप दिया गया है। जिसमें रिफाइनरी नगर वासियों सहित आसपास के क्षेत्र से आए हजारों लोगों ने दुर्गा पूजा महोत्सव एवं गरवा में डांडिया खेलकर जमकर आनंद लिया। गरवा गुजरात की परंपरा का प्रमुख त्योहार है, जिसे कान्हा की नगरी में गुजरात संस्कार समाज समिति मथुरा रिफाइनरी के द्वारा प्रतिवर्ष बड़े ही भव्य एवं दिव्य रूप के साथ आयोजित किया जाता है। नगर वासियों सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों में शारदीय नवरात्रों में आयोजित होने वाले दुर्गा पूजा महोत्सव के दर्शन एवं गरवा देखने की पूरे वर्ष चाह लगी रहती है। दोनों ही उत्सव इतने भव्य एवं दिव्य आयोजित किए जाते हैं कि यहां देखने आए हुए दर्शक भी डांडिया खेलने के लिए काफी उत्सुक नजर आते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख देबजीत गोगोई ने गुजरात संस्कार समाज समिति मथुरा रिफाइनरी का भव्य एवं दिव्य कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया। वहीं मथुरा रिफाइनरी के सीजीएम-एचआर पीटी सोलंकी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर निरंतर होते रहने चाहिए। जिससे समाज में भाईचारा बना रहता है। मथुरा रिफाइनरी में सभी राज्यों के लोग अपनी-अपनी सेवाएं दे रहे हैं व रिफाइनरी नगर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी सर्व समाज के लोग अपनी-अपनी सहभागिताएं निभाते हैं। इस मौके पर मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख देबजीत गोगोई, सीजीएम-एचआर पीटी सोलंकी, सीजीएम-टी पीके सिन्हा, बंदिश सोनी, कविता सोनी, हिमांशु पांचाल, पायल पांचाल, प्रीतेश गांधी, हेतल गांधी, संजय प्रजापति, सुनील वसावा, दीपक वास, पूजा वास, कनुभाई, रमिला जिंजाला, संजय वाजा, रिमाल वाजा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।