🟥मथुरा  जे०एस० विश्वविद्यालय शिकोहाबाद, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, मथुरा, बेसिक एजुकेशन मूवमेंट ऑफ इंडिया, युग निर्माण योजना मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय शैक्षिक कार्यशाला एवं स्कूल लीडरशिप अवार्ड समारोह का आयोजन गायत्री तपोभूमि युग ॠषि सभागार, मथुरा में महराजगंज के सहायक अध्यापक नवाचारी शिक्षक वरेश कुमार प्राचार्य/उपनिदेशक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मथुरा महेंद्र प्रताप सिंह, जे०एस० विश्वविद्यालय शिकोहाबाद के विभागाध्यक्ष समाज शास्त्र डा० शैलेन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षण अनुसंधान का कार्य देख रहे राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के प्रोफेसर वी०पी० सिंह के हाथों सम्मानित हुए। प्रमुख वक्ता के रूप में बोलते हुए युग निर्माण योजना शिक्षक प्रकल्प, मथुरा के प्रमुख प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक युग निर्माता है और छात्र भाग्य विधाता। पर युग निर्माता बनने के लिए छात्र को भाग्य विधाता बनाना होगा गुरु अपने शिष्य से जाना जाता है। इसलिए शिक्षक को एक आदर्श बनना होगा। मुख्य अतिथि महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि जिस समाज में शिक्षा नहीं होगी वह समाज विकसित नहीं हो सकता। इसलिए भौतिक परिवेश से ज्यादा जरुरी है बच्चों का कायाकल्प करना। माता पिता जन्मदाता हैं पर शिक्षक उनका निर्माता। शिक्षक से ज्यादा सौभाग्यशाली कोई नहीं। शिक्षक की नौकरी मिलना अन्त नहीं बल्कि प्रारंभ है। प्रोफेसर वी०पी० सिंह ने कहा कि शिक्षा और विद्या में अंतर है। हम शिक्षा तो प्रदान कर रहे पर वैल्यू एजुकेशन पर हमारी प्राथमिकता नहीं होती। शिक्षा और स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। पूरे प्रदेश से विद्यालयों में आगे बढ़कर कार्य करने वाले लगभग 157 शिक्षकों का चुनाव कर उन्हें प्रशस्ति पत्र व मूमेंटो देकर सम्मानित किया गया।