कर्मचारियों ने एनपीएस रूपी रावण का किया दहन- रूपेश

व्यवस्थापिका की तरह कार्यपालिका को भी मिले पुरानी पेंशन– मदनमुरारी शुक्ल

🟥न्यू समाचार प्लस गोरखपुर/ अवधेश पाण्डेय (जिला प्रतिनिधि)

🛑गोरखपुर – राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बर्डघाट रामलीला मैदान में एनपीएस रूपी रावण का पुतला जलाकर मनाया बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व ।

अध्यक्ष रुपेश कुमार श्रीवास्तव महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि कर्मचारियों के लिए एनपीएस रावण जैसा ही है, जैसे रावण से उसकी प्रजा परेशान थी, उसी तरह एनपीएस से भी कर्मचारी परेशान है इसलिए आज हम लोगों ने एनपीएस रूपी रावण का पुतला जलाकर इस बुराई के अंत के साथ ही ओपीएस बहाली के लिए सरकार से अपील करते हैं।

उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ल एवं अशोक कुमार पाण्डेय ने साझा बयान में कहा कि जैसे श्रीराम ने बुराई रूपी रावण का बध कर विभीषण का राज्याभिषेक किया, ठीक वैसे ही कर्मचारियों/ अधिकारियों ने ठान लिया है कि 2024 में बुराई रूपी एनपीएस का खात्मा कर ओपीएस बहाल करने वाली पार्टी का ही राज्याभिषेक करेंगे।

बताते चले की संविधान में पेंशन को मौलिक अधिकार की श्रेणी में रखा गया है पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ लिखा है की पेंशन कोई भीख नहीं बल्कि कर्मचारियों के सम्पत्ति का अधिकार है। संविधान में सरकार के तीन अंग है व्यवस्थापिका, न्यायपालिका और कार्प पालिका व्यवस्थापिका ने अपने लिए पुरानी पेंशन की व्यवस्था बहाल कर रखा है, न्यायपालिका में जजों की भी पुरानी पेंशन बहाल हो चुकी है केवल कार्यपालिका में ही एनपीएस की व्यवस्था है इसलिए हम अपने यशस्वी प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के

मुख्यमंत्री पूज्य योगी आदित्यनाथ जी से यह मांग करते हैं कि वह शीघ्र ही एनपीएस समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करें ।