🟥नरेश सैनी

पीडित ने लगाई उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार।

🟠मथुरा – थाना राया पुलिस द्वारा एक नाबालिग बच्चे पीटते हुए का वीडियो तेजी से हो रहा है बायरल
प्राप्त विवरण के अनुसार युमना एक्सप्रेस वे कट के नीचे दिनांक 13 जून समय करीब दोपहर 2 बजे करीब किसी बात को लेकर दो पक्षों में झगडा हो गया था जिस पर पुलिस ने एक तरफा कार्यवाही करते हुए वीरेन्द्र पुत्र नेत्रपाल,नेत्रपाल पुत्र कमल सिंह के खिलाफ मु0 अ0 सं0 196/23 धारा 323,504,506 दर्ज कर लिया जिस पर नेत्रपाल ने कोर्ट जाकर अपनी जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया पीडित का कहना है कि पुलिस चौकी के दरोगा ने दबाब बनाने के लिए पीडित के दो नाबालिक बच्चों को पकडकर चौकी में बिठा लिया और मारपीट की तो पीडित ने क्षेत्र के वरिष्ठ लोगो से इसकी शिकायत की जिस पर क्षेत्र के कुछ संभ्रात व्यक्ति कोतवाली आकर सारी सच्चाई राया कोतवाली प्रभारी को बताई तो उन्होने चौकी पर फोन करके बच्चों को छुडवाया दरोगा की दबंगी देखकर पीडित के बच्चे भयभीत हो गये और दिनांक 19 जून को मथुरा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय से मिलकर उनको शिकायत कर सारी सच्चाई बतायी बच्चों ने यह भी बताया कि आप चौकी के सी.सी.टी.वी कैमरा चैक करा सकते हो जिससे सारी सच्चाई सामने आ जायेगी। पीडित ने दिनांक 22 जून को अपनी चाय की दुकान को खोली तो पीडित का कहना है कि तभी दरोगा हरेन्द्र सिंह व कांस्टेबल संजीव कुमार दुकान पर आ गये और कहा कि तू बडी शिकायत कर रहा है चौकी चल जब तुझे बतायेंगंे जब पीडित ने कहा कि हमने अपनी जमानत करा ली है अब हम चौकी क्यों जायें। इस पर दरोगा और कांस्टेबल भडक गये और पीडित के बच्चे को कॉलर पकडकर दुकान से खीच कर मारपीट करने लगे वहॉ पर भीड एकत्रित हो गयी और पुलिस की दबंगई का वीडियो बना लिया। जो सोशल मीडिया एंव न्यूज चैनलों पर वायरल हो गया पीडित दोबारा वरि0 पुलिस अधीक्षक महोदय से शिकायत करने गया लेकिन माननीय मुख्यमंत्री महोदय के आगमन के कारण पीडित उच्चाधिकारियों से शिकायत नही कर पाया इस बारे में जब राया एस.एस.आई से पूछा गया तो उन्होने कहा कि दरोगा और कांस्टेबल नोटिस तामिल कराने गये थे। इसमें पुलिस की कार्यप्रणाली पर सबाल उठ रहे हैं कि जब पीडित ने 21 तारीख को अपनी जमानत करा ली तो 22 तारीख को फिर किस नोटिस पर पुलिस साइन कराने गयी थी। इसमें कुछ पुलिस के रहनुमा चाय वाले पर उंगली उठाते हुए कह रहे हैं कि चाय वाला दबंग पुलिस पर दबाब बना रहा है। पीडित ने माननीय मुख्यमंत्री जी एवं बाल आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए उक्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ सही जांच कर कार्यवाही कर न्याय की गुहार लगाई है।