डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। कहावत है कि इरादें यदि यदि बुलंद हो तो बड़े-बड़े कार्यो को आसानी किया जा सकता है। इसी कहावत को चरितार्थ कर रहे है मुंगेर के दिव्यांग आमिर उल इस्लाम। अपने कार्यो से दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता आमिर उल इस्लाम लगातार समाजिक कार्यों से लोगों का दिल जीत रहे हैं।इसी कड़ी में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक अपील की कि क्या आपके अलमीरा में पहनने योग्य पड़े हुए पुराने कपड़े, गर्म कपड़े, कंबल, इत्यादि है तो इसे जरूरतमंदों को दें। सोशल मीडिया पर दिव्यांग आमिर की एक अपील को मुंगेर की जनता ने गंभीरता से लिया। दर्जनों लोगों ने आमिर को सैकड़ों कपड़े दिए और वह कपड़े घूम घूम कर पूरे शहर में वैसे लोग जो कपड़े से वंचित एवं ठंड में ठिठुरते हुए दिखे तो उन्हें गर्म कपड़े देकर इंसानियत का मिसाल पेश किया।
दिव्यांग आमिर रोजाना रात्रि भूखे को खाना खिलाते है। कोरोना के समय में तो अपने कार्यो से लोगों हतप्रभ कर दिया था। रात्रि में भूखे को भोजन बांटने के क्रम में उन्होंने कई लोगों को पन्नी एवं बोरा का इस्तेमाल करते हुए देखा। तो आमिर ने सोचा के अब इनकी मदद की जाए । अभी तक आमिर ने 500 से भी अधिक लोगों तक वस्त्र एवं गर्म कपड़े पहुंचा चुके हैं।
और लोगों से अपील कर रहे हैं कि शुरुआती ठंड में ही कंबल वितरण करें लोगों ने उनका जमकर प्रशंसा की एवं कहा आने वाले एक-दो दिनों में लगभग अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा सौ कंबल प्राप्त होगा और उसे जरूरतमंदों तक योजनाबद्ध तरीके से पहुंचाएंगे। आमिर सामाजिक कार्यों में रोजाना रात्रि में रोटी बॉक्स के माध्यम से भूखे को खाना रक्तदान गरीब बच्चियों को शिक्षा, बेटियों की शादी में मदद जो आर्थिक रूप से कमजोर है। छोटा-मोटा रोजगार उनकी योग्यता अनुसार इत्यादि सामाजिक कार्य कर लगातार शहर के लिए बेहतरीन कार्य कर रहे हैं।