*खाकी वर्दी की काली करतूतों का पर्दाफाश*

🛑तिलोई /अमेठी
पूरा मामला तहसील तिलोई के अंतर्गत आने वाले इन्हौना थाना क्षेत्र के गांव अशरफपुर मजरे अंगूरी का बताया जा रहा है जहां की रहने वाली विनीत गौतम पुत्री जगन्नाथ ने थाना प्रभारी कंचन सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है की हमारे गांव में एक दूसरे पक्ष से कुछ कहा सुनी हो गई थी जिसको लेकर दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया गया था जब मैं थाना चौकी

 

इन्हौना पहुंची तब थाना प्रभारी कंचन सिंह के द्वारा मुझ पर दबाव बनाया गया और अभद्र भाषा में जातिसूचक गालियां देते हुए जेल भेजने की धमकी भी दी गई उसके बाद मुझे मुझे बाहर बैठने को कहा गया कहा गया उसके बाद चौकी के एक सभ्य सिपाही ने हाल में रखी कुर्सियों पर मुझे बैठने के लिए कहा जैसे ही मैं कुर्सी पर बैठी तुरंत कंचन सिंह थाना प्रभारी आई और मुझे जातिसूचक गालियां देते हुए जूते से भरा मेरे पेट पर लात मारा और कहा यह तेरे बाप की कुर्सी है जो आकर बैठ गई उसके बाद मैं कुर्सी से गिर गई जिसके कारण मेरे पेट में काफी दर्द होने लगा और मैं बेहोश हो गई तत्पश्चात स्थानीय लोगों द्वारा मुझे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंह पुर ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों द्वारा मेरा इलाज किया गया इलाज के दौरान भी मेरे पेट का दर्द कम नहीं हो रहा था।
जिसके संबंध में अमेठी जाकर अपने परिजनों के साथ अमेठी पुलिस अधीक्षक इमरान को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है वहीं पुलिस अधीक्षक अमेठी ने मामले की जांच कर कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।

जहां एक तरफ भाजपा सरकार महिला सुरक्षा और बेटी बचाओ का राग अलापने में व्यस्त रहती हैं वही थाने जाने पर महिलाओं के साथ पुलिस किस तरह अत्याचार और लात घुसों से बात करती है उन्हें जातिसूचक गाली देती है और उन्हें मारती पीटती है ऐसे में क्या इस दबंग महिला दरोगा कंचन सिंह पर होगी कार्यवाही ? क्या इस गरीब गरीब बच्ची को मिल पाएगा इंसाफ ?

वही इस मामले में थाना प्रभारी कंचन सिंह ने बताया कि हमारे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह असत्य एवं निराधार हैं दो पक्षों में झगड़ा हुआ था दोनों में सुलह समझौता कर दिया गया है
🟥संवाददाता वीरेन्द्र सिंह अमेठी