✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

25 किलोमीटर में हैं हजारों गड्ढे
क्षेत्रीय जनता के साथ साथ हजारों श्रद्धालुओं,आमजन का है रोजाना है आना जाना

🟥मथुरा बलदेव – बलदेव को आगरा से जोड़ने बाला “बलदेव कैलाश मार्ग” सालों से क्षतिग्रस्त है, जिससे रोजाना आने जाने बाले हजारों श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जनप्रतिनिधियों और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की अनदेखी का खमियाजा क्षेत्रीय जनता के साथ साथ हज़ारों श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है। इस सड़क की मरम्मत के लिए अनेकों बार लोगों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर पीडब्ल्यू डी के अधिकारियों तक अपनी बात पहुँचाई है लेकिन बलदेव, छिबरऊ, आँगई, जादोपुर गढ़सौली, बरौली, मगना, आकोश के तमाम गांवों सहित नेरा, सेहत होकर कैलास एवं आगरा को जोड़ने बाली इस महत्वपूर्ण सड़क की स्थिति लंबे समय से यूं की त्यू बनी हुई है। सड़क पर चलने पर पता ही नहीं चलता कि गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा हैं। इस सड़क की स्थिति इतनी दहनीय है कि राहगीर आये दिन चोटिल होते रहते हैं, सरकार के दावे गड्ढा मुक्त सड़कें कैलाश बलदेव मार्ग उसकी पोल खोलने के लिए काफी है। बरिष्ठ किसान नेता रामवीर सिंह तोमर ने कहा है कि सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि दिन भर धूल के गुबार उड़ते है। मंगना सराय बरौली सेहत नेरा आदि सेकड़ों गांवों के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या रात्रि में बीमारों को अस्पताल तक ले जाने की है।
गढ़सौली निवासी सुरेश शर्मा ने कहा है कि बलदेव कैलास मार्ग करीब 25 किलोमीटर लंबा है। बलदेव और आगरा को जोड़ने में इसकी बड़ी महत्ता है। बलदेव क्षेत्र के सेकड़ों लोग आगरा में तमाम फैक्टरी और कम्पनियों में काम करने जाते हैं फिर शाम को लौटते हैं लेकिन इस सड़क की बदहाली के कारण उनको दूसरे रास्तों से आना जाना पड़ता है जिससे समय और पेट्रोल ज्यादा लगता है। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये सड़क किसी नरक से कम नहीं है। जनप्रतिनिधियों को ये सड़क क्यों नहीं दिखाई देती। आँगई निवासी शिवराज सिंह, मानसिंह, मानिक चंद लवानिया, पप्पू सिकरवार, सोहन सिंह सिकरवार ने कहा कि सड़क क़ई बर्षों से जर्जर हालत में है, रात्रि में यदि किसी मरीज को आगरा ले जाना हो तो तमाम खतरे हैं। जर्जर सड़क के कारण श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोश है। इस सड़क के बनने एवँ चौड़ीकरण से आगरा, मध्यप्रदेश और क्षेत्रीय जनता को बहुत बड़ी सहूलियत मिलेगी। कुंतिभोज रावत, गिर्राज फौजदार, नेत्रपाल बौहरे, रवि सिकरवार, डा , हरिपाल परिहार, मुन्ना लाल, आदि ने कहा है कि इससे क्षेत्रीय जनता में आक्रोश व्याप्त है।