🟥तिलोई /अमेठी
कोतवाली मोहनगंज थाना क्षेत्र के गांव चेतरा बुजुर्ग में 21 जून को मोहन नाम के नाबालिक युवक की हुई थी हत्या जिस को आत्महत्या बनाने में लगी है कोतवाली पुलिस इस मामले में ग्रामीणों ने मोहन के हत्यारे सुरेश को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया था परंतु ग्राम प्रधान मोनू और थाना प्रभारी की मिलीभगत से अपराधी को छोड़ दिया गया था
*पिता ने लगाए गंभीर आरोप*

मोहन की पिता बयान के मुताबिक उनके बेटे मोहन को पहले से था जान का खतरा 10 दिन पहले बेटे ने फोन करके कहा कि पापा मुझे पैसे भेज दो नहीं तो यह लोग मुझे जान से मार देंगे सुरेश हम से पैसे मांग रहे हैं इस तरह मोहन के पिता ने बताया कि पैसे न मिलने पर हमारे बेटे की हत्या की गई है और उसे मारने के बाद हमारे घर में कंजी के पेड़ से बांध दिया गया था उनके पिता ने यह भी बताया कि उनकी माता अंधी हैं उन्हें कुछ दिखाई नहीं पड़ता लेकिन रात में उन्हें 2 लोगों के आने की आवाज सुनाई दी है जब उन्होंने आवाज दिया तो सुरेश बोला था इस प्रकार हत्या के दिन सुरेश मोहन के घर दिन से रात तक कई बार तक आया था और मोहन का मोबाइल भी सुरेश के पास से बरामद हुआ था। उसके बावजूद जब ग्रामीणों ने सुरेश को पकड़कर थाने में बंद करा दिया था तो ग्राम प्रधान मोनू जायसवाल के द्वारा थाने से सुरेश को छुड़ा लिया गया था ऐसे में क्या मोहन के हत्यारों का होगा पर्दाफाश सूत्रों के हवाले से पता चला है कि सुरेश ने थाने में कुछ अन्य लोगों के भी नाम बताए हैं मोहन की हत्या में कौन कौन था शामिल खुलासा न हो इसलिए ग्राम प्रधान मोनू जायसवाल ने सुरेश को थाने से निकलवा कर कहीं फरार करा दिया है जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश भी है।
*रुपए न देने पर दरिंदों कर दी बेटे की हत्या*
मृतक के पिता के मुताबिक उन्होंने 3600 रू भेजा जिसे मोहन 21 जून को अपने नाना के घर दे आया था और सुरेश ने रूपये न मिलने पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर मेरे बेटे मोहन की हत्या कर दिया। और मोबाइल अपने पास रख लिया।

✍️रिपोर्ट संवाददाता वीरेन्द्र सिंह