🟥वाराणसी
रोहनिया। मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान मे सुबह 10 बजे से बैरवन मे अनिश्चित कालीन बेमियादी धरना अनवरत दूसरे दिन भी जारी रहा।
समाचार पत्रो मे मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ जी के वाराणसी आगमन की सूचना पर किसान मुख्यमंत्री से मिलकर 16 मई की बैरवन करनाडाड़ी मे हुये बर्बर लाठीचार्ज एवं दमनात्मक कार्यवाई के साथ किसानो के घरो का दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो के साथ हुये अमानवीय कृत्य की दास्तान मिलकर बताने की घोषणा किया तो पुलिस प्रशासन हरकत मे आ गया।दोपहर के 12 बजे रोहनिया थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह धरना स्थल पर पहुंचकर वार्ता किये। जिसके दौरान मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि यहां पर किसी उच्च अधिकारीयो को बुलवाइये और मुख्य मंत्री से किसानो को मिलवाइये तब एसडीएम राजातालाब गिरीश कुमार द्विवेदी और एसीपी रोहनिया विदुष सक्सेना धरना स्थल पर आये और किसानो से वार्ता करके मुख्यमंत्री का पत्रक लिये और किसानो के प्रतिनिधिमंडल को मिलवाने का भरोसा दिलवाइये।धरना स्थल पर सर्वसम्मत से फैसला हुआ कि 4 बजे तक मुख्य मंत्री से मिलने की सूचना नही आयी तो हम लोग पैदल कूच करेगे।जब चार बजे तक मिलने की सूचना नही आयी तो मुख्यमंत्री से मिलने सर्किट हाउस मार्च करके जा रहे किसानो को पुलिस ने गिरफ्तार कर शाम 7 बजे तक बैरवन पंचायत भवन के मैदान मे सैकडो किसानो को पुलिस कस्टडी मे रखी।
गिरफ्तारी के बाद किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि हम दो किसानो को जिसमे बुरी तरह घायल उदय पटेल एवं विकास प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियो की लाठी से हाथ की हड्डी टूटने के कारण प्लास्टर बधवाई राधा देवी को मिलने नही देना अन्नदाता का अपमान है।क्या दमन का शिकार अन्नदाता अपने साथ घटी दास्तान अपने मुख्यमंत्री जो हर सप्ताह काशी आते है उनसे बता नही सकता तो, क्या वाराणसी कोई टूरिस्ट स्थान है तो मुख्य मंत्री जी बता किसान सहित आम जनता अपेक्षा छोड़ दे। अपना दल कमेरावादी के प्रदेश महासचिव गगन प्रकाश यादव ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि मुआवजा नही लेने वाले और जिन किसानो की जमीन एवार्ड नही हुई है उनके मालिकाना हक बना रहेगा । शासन उन किसानो की जमीन का डिनोटिफीकेशन भी कर सकता है या अधिग्रहण करेगा तो उसे भूमि अधिग्रहण कानून के आधार पर मुआवजा देकर ही कोई प्रक्रिया करनी होगी जबकि प्रशासन बिना वैधानिक प्रक्रिया शुरू किये जमीनो पर जा रहा है जो माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की खुली अवहेलना है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने कहा कि मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से प्रभावित किसानो की पांच सूत्रीय मांगे, 1- माननीय उच्च न्यायालयलके आदेश का अनुपालन करते हुये जो किसान मुआवजा नही लिये है उनकी भूमि या तो डीनोटिफिकेशन कर जमीन पर वैधानिक अधिकार किसानो को दिया जाय 2- वाराणसी के सांसद की अन्नदाता किसानो से वार्ता करे। 3- किसानो पर दमनात्मक एवं दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो से अमानवीय कृत्य करने वाले दोषी अधिकारियो एवं पुलिस कर्मियो पर कठोर वैधानिक कार्रवाई एवं सम्पूर्ण घटना की न्यायिक जांच , 4- किसानो पर लगे फर्जी मुकदमे वापस, 5- किसानो की जमीन पर कोई कार्यवाही से पहले मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के कोर कमेटी से वार्ता । उक्त मागे पूर्णतया जेनविन एवं वैधानिक है इसे मानना सरकार का दायित्व है।
बेमियादी धरना मे सर्वसम्मत से निर्णय हुआ कि पाचो मागे जब तक पूरा नही होगी बेमियादी धरना चलता रहेगा।
राष्ट्रीय समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने कहा कि पाचो मागे पूर्णतया वैधानिक एवं जेनविन है । राष्ट्रीय समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे दर्जनो महिलाये पुलिस के दमन से लहूलुहान हो गयी , सैकड़ो किसान घायल है , दर्जनो किसानो के घरो का दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो के साथ घृणित अमानवीय कुकृत्य हुआ है और बनारस का सासंद मौन है, कुम्भकरणी नीद ले रहा।भाजपा संवेदनहीनता की पराकाष्ठा लाघ गयी क्या कृषि प्रधान देश के किसानो पर बर्बर दमनात्मक कार्यवाई करके भारत विश्व गुरू बनेगा मार्च एवं धरना का नेतृत्व मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक विनय शंकर राय “मुन्ना” संचालन अपनादल कमेरावादी के प्रदेश महासचिव गगन प्रकाश यादव ने किया । मार्च एवं बेमियादी धरना को मुख्य रूप से काग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, कांगेस के प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह, शशि प्रताप सिंह, संतोष मौर्या, कैलाश पटेल, बब्लू दुबे मण्डल अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक, आशीष पटेल,लक्ष्मी नरायण यादव, गोपाल पटेल, सुजीत मास्टर, इन्जीनियर अनिल यादव, मेवा पटेल, छेदी पटेल, उदय पटेल, प्रेम शाह , राधा देव, सुनीता पटेल, उर्मिला पटेल, दिनेश तिवारी, बिटना देवी ने धरना और गिरफ्तारी के बाद हुयी सभा को सम्बोधित किये तथा अवधेश प्रताप , राहुल पटेल, शीला देवी, लालमनी पटेल, कलावती देवी ,राजपति देवी, विजयी पटेल , बबलू पटेल, राम नारायण पटेल, रमेश पटेल, नीरज पटेल सहित सैकड़ो किसान मार्च और धरना मे सक्रिय रूप से शामिल थे।