🔺डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। धरहरा प्रखंड की अजीमगंज पंचायत के मुखिया परमानंद टुड्डू की हत्या के मामले में एसटीएफ ने रविवार को चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों कानन नैया, कौशल कोड़ा, छठू कोड़ा और अनिल कोड़ा को साथ लेकर एसटीएफ और जिले की पुलिस छापेमारी कर रही है। एसटीएफ को कई सुराग मिले हैं। पुलिस यह आशा व्यक्त कर रही है कि सुबह तक मामले में कुछ और आरोपित गिरफ्तार किए जा सकते हैं। गिरफ्तार चारों आरोपित हार्डकोर और फरार नक्सली हैं। सभी पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। हार्डकोर नक्सली कानन नैया का आपराधिक इतिहास रहा है। 23 अगस्त की रात मथुरा गांव में नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू की नक्सलियों ने गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हार्डकोर नक्सली प्रवेश व अर्जुन कोड़ा सहित 20 नक्सलियों को पुलिस के बयान पर आरोपित बनाया गया था। पुलिस ने नक्सलियों को पकडऩे के लिए एसटीएफ की मदद ली। इसके बाद से ही एसटीएफ की टीम नक्सलियों की तलाश में लग गई। पहले प्रमंडल के लखीसराय, जमुई और मुंगेर जिलों से नक्सलियों के बारे में इनपुट जुटाया गया। इसके बाद लड़ैयाटांड़ और धरहरा थाना क्षेत्रों में छापेमारी की गई। इसी दौरान इन चारों को पकड़ा गया। मुंगेर, लखीसराय और जमुई जिले की पुलिस एसटीएफ के साथ मिलकर विशेष काङ्क्षबग आपरेशन चला रही है। छापेमारी में चारों गिरफ्तार आरोपितों को भी साथ रखा गया है। पुलिस का साफ कहना है कि अब नक्सलियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। एएसपी अभियान कुणाल कुमार ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों में विशेष अभियान चलेगा। पहाड़ी और जंगली इलाकों में छिपकर रह रहे नक्सलियों को दबोचने का काम शुरू हो गया है। देर शाम एसडीपीओ नंदजी प्रसाद ने बताया कि मुखिया की हत्या चुनावी रंजिश में हुई है। पूछताछ में नक्सलियों ने बताया कि संगठन की ओर से परमानंद टुड्डू को चुनाव नहीं लडऩे के लिए बोला गया था। संगठन का आदेश नहीं मानने पर मुखिया की हत्या कर दी गई। गिरफ्तार नक्सली धरहरा प्रखंड का रहने वाला है। पूछताछ के बाद सभी नक्सलियों को मुंगेर जेल भेज दिया गया।