डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। बिहार के मुंगर के रहने वाले बिमल कुमार जैन को सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद के हाथों पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। मुंगेर के इस लाल को पद्मश्री सम्मान मिलने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है, साथ ही योग नगरी में भी उत्साह का माहौल है। यह दूसरा मौका है जब मुंगेर से ताल्लुक रखने वाले किसी व्यक्ति को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। इससे पहले बिहार स्कूल ऑफ योगा के निरंजनानंद सरस्वती को योग के क्षेत्र में यह सम्मान हासिल हुआ था। चौंसठ वर्षीय बिमल कुमार जैन का मुंगेर शहर के जुबलबेल चौक के समीप पुश्तैनी घर है. उनका संबंध यहां के प्रतिष्ठित व्यवसायी घराने जैन परिवार से है। बिमल जैन भंवर लाल जैन और सोहनी देवी जैन की तीसरी संतान हैं। उनके माता-पिता मुंगेर में ही रहते हैं जबकि वो फिलहाल राजधानी पटना में रह कर व्यवसाय करते हैं। लेकिन समय-समय पर वो अपने परिवार और मित्रों से मिलने मुंगेर आते रहते हैं। बिमल जैन ने इंटरमीडिएट तक की अपनी पढ़ाई मुंगेर से ही पूरी की है। जिसके बाद वो आगे स्नात्तकोत्तर की पढ़ाई करने पटना चले गए थे। बिमल जैन आपातकाल में छात्र आंदोलन से गहरे जुड़े और लोकनायक जयप्रकाश के प्रिय पात्रों में एक हो गये थे।