दो दिवसीय प्रदर्शनी में सब्जियों की उन्नत किस्मो से परिचित हुए किसान

🟥वाराणसी रोहनिया-सब्जियां मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और किसानों के आय का एक महत्वपूर्ण जरिया भी है। इसी को ध्यान में रखते हुए आराजी लाईन के पिलोरी ग्राम सभा में किसान मेला का आयोजन किया गया। मेले को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक डा. एएन मौर्या ने कहा कि सब्जियों में आने वाली चुनौतियों पर नीजी और सरकारी अनुसंधान संस्थान बहुत ही तेजी से काम कर रहे हैं। इसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं।135 करोड़ की आबादी को समुचित मात्रा में सब्जियां उपलब्ध कराना और किसानों की आय को सुनिश्चित करना एक चुनौती भरा कार्य है।विशिष्ट अतिथि सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी के पूर्व प्रधान वैज्ञानिक डा. केपी सिंह ने कहा कि शरीर को स्वस्थ्य रहने के लिए शरीर का माध्यम क्षारीय होना जरुरी है। लगभग सारी सब्जियां क्षारीय प्रकृति की होती हैं। इसलिए हर मनुष्य को स्वस्थ्य रहने के लिए 300 ग्राम सब्जियां प्रतिदिन सेवन करने की जरुरत है।
इस मौके पर वचन सीड्स के निदेशक सौरव राठी ने सब्जियों में विषाणुओं के संक्रमण को घातक बताते आनुवांशिक स्तर पर शोध करने की जरुरत पर जोर दिया।वचन सीड के रिसर्च टीम हेड डा. विजय भान सिंह ने बताया कि उपभोक्ताओं की की जरुरत के अनुसार सब्जियों की प्रजाति का विकास नीजी और सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों का मुख्य उद्देष्य है। जिसमें सभी शोध संस्थान अपना योगदान दे रहे है। वैश्विक उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए भी शोध कार्य किये जा रहे हैं। यह दो दिवसीय किसान मेला वचन सीड्स द्वारा आयोजित किया गया है। जिसमें किसानों को सब्जी उत्पादन की नई तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है। किसानों सब्जियों की उन्नत खेती को दिखाने के लिए प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया गया।
इस मौके पर कृषि विशेषज्ञ आलोक श्रीवास्तव,संजय सिंह,रंजीत कुशवाहा,पंकज पवार,विजय कात्रे,सिद्धांत पाण्डेय,विशाल भाटिया,नीलेश कालंबे,रमा शंकर मौर्या,प्रगतिशील किसान लल्लन दूबे,सूर्यबली सिंह,शशि भूषण पाण्डेय,संजय श्रीवास्तव,कौशल पति द्विवेदी,विनोद दूबे,राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव,ज्ञान प्रकाश दूबे आदि लोग उपस्थित रहे।