मां के प्रयास से उसका दो बर्ष का बेटा मिला।
बेटे को पाकर मां का चेहरा खिल उठा

🔴अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
🔻गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
दो साल के मासूम बेटे अराध्य को पाकर मां राधा का चेहरा खिल उठा। झंगहा पुलिस अपहृत बच्चे को चौरी चौरा थाना क्षेत्र के एक होटल के पास से रविवार को दिन में दोपहर बाद बरामद कर उसके मां राधा को सौप दिया।ज्ञातव्य है कि
देवरिया जिले के भाटपार रानी निवासी राधा की शादी झंगहा थाना क्षेत्र के राघोपट्टी पड़री के नई बाजार निवासी रामप्रसाद के पुत्र जितेंद्र गुप्ता के साथ वर्ष 2019 में हुई थी। राधा के मुताबिक पिता और भाइयों की प्रताड़ना से तंग आकर उसके पति जितेंद्र ने आत्महत्या कर लिया था। पति की मौत के बाद राधा के ससुर और दो देवरों ने उसके बेटे को छीन लिया और राधा को घर से भगा दिया। तभी से राधा अपने बच्चे को पाने के लिए थाने का चक्कर लगा रही थी।थाने से कोई सफलता मिलती न देखकर एसडीएम चौरीचौरा के यहां बेटे की सुपुर्दगी पाने के लिए मुकदमा दाखिल किया। जिसमे 18 मई को एसडीएम ने आराध्य की सुपुर्दगी उसकी मां राधा को सुपुर्द करने के लिए झंगहा पुलिस को आदेश जारी किया। इस आदेश का पालन करा पाने में झंगहा पुलिस नाकाम रही। सफलता मिलती न देख राधा ने चौरीचौरा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में आए एसएसपी डा0 विपिन ताडा से बेटे की सुपुर्दगी के लिए गुहार लगाई। एसएसपी ने झंगहा पुलिस को 48 घंटे में आराध्य को बरामद कर राधा को सुपुर्द करने का आदेश दिया था। लेकिन झंगहा पुलिस आराध्य को बरामद करने में सफलता नहीं मिलने पर बाबा रामप्रसाद और उसके चाचा सत्येंद्र और बलराम के खिलाफ आराध्य के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।तब जाकर पुलिस के दबाव से अभियुक्त बच्चे को चौरी चौरा में छोड़कर फरार हो गए।