तौफ़ीक़ खान की रिपोर्ट

वाराणसी / कचहरी परिसर में महिला और ट्रांसजेंडर नागरिकों की असुविधा को देखते हुए उठाई गयी शौचालय की मांग। शौचालय सहित महिलाओं के लिए अलग सिटिंग बेंच, कॉमन रूम और काउंसलिंग रूम आदि के लिए डीएम को सम्बोधित एसीएम 4 अंकिता दीक्षित को ज्ञापन सौपा गया।
बनारस शहर के कचहरी परिसर में आज युवतियों का समूह कुछ बेहद आकर्षक और गंभीर मांगो की तख्तियाँ गले में लटकाए हुए पंहुची। परिसर में महिला वकीलों, वादकारियों के बीच लैंगिक मुद्दों पर बेहद जरुरी बिन्दुओ पर ध्यान दिलाते हुए पर्चे का वितरण किया गया और हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। साथ ही ट्रांसजेंडर नागरिकों और महिलाओं के लिए अलग सिटिंग बेंच, कॉमन रूम और काउंसलिंग रूम आदि के लिए डीएम वाराणसी को ज्ञापन पत्र सौंपा गया। हमसे बात डॉक्टर इंदु ने बताया कि इतना विशाल बनारस कचहरी परिसर जंहा रोज़ाना आने जाने वाले हजारों की संख्या में है। इस बड़ी संख्या में महिलाओं की काफी उपस्थिति रहती है। लेकिन यंहा सार्वजनिक महिला शौचालय कंही दीखता नहीं। विभिन्न न्यायालयों, विभागों और अधिवक्ताओं की चौकी आदि पर महिला अधिवक्ता, कर्मचारी हों अथवा वादकारी उन्हें अक्सर असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।अभियान, पर्चा वितरण और ज्ञापन कार्यक्रम के माध्यम से सरकार और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराके इस काम को प्राथमिकता पर करवाने का आग्रह करते हैं। यह शुरुआत कलेक्ट्रेट परिसर से हो और फिर विभिन्न स्तर तक बात आगे बढ़े जिससे कुछ सार्थक बदलाव आये और बनारस कचहरी नज़ीर बने :
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. इन्दु पांडेय,विजेता,शालिनी, मैत्री,धनज्जय, अबु, प्रियंका,शिवि,साक्षी, ज्योति,राजु,स्नेहा,हिना,प्रदुमन, रिमझिम,साक्षी,सलमान,रोमा इत्यादि मौजूद रही।