✍️Ravindra Singh

जहरीलीशराब पीने से 10 लोगों कि मौत होने से थर्राया था जिला

रायबरेली। जिले को हिला देने वाला जहरीली शराब कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
एसओजी टीम ने एक सप्ताह के अंदर अंदर इस कांड से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है वहीं उनके पास से ढक्कन,रैपर व तैयार की हुई शराब की बड़ी खेप बरामद कर ली।वही मामले का मुख्य अभियुक्त अभी पुलिस की पकड़ से दूर है और उसपर 25 हजार का ईनाम घोषित कर उसकी तलाश की जा रही है।अब तक मामले में दस लोगो को गिरफ्तार किया गया है।

बताते चले कि महराजगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित पहाड़पुर गांव में बीती 25- 26 जनवरी की रात में देशी शराब के ठेके से खरीदी गई शराब के सेवन से हुई 11 लोगो की मौत मामले में आज पुलिस ने खुलासा करते हुए।सात लोगो को गिरफ्तार कर बताते चले कि जिले के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में 25 जनवरी को गांव निवासी सुखरानी के यंहा समारोह था जिसमे गांव के कुछ लोगो ने सड़क पर संचालित देशी शराब की दुकान से शराब खरीदी और जमकर उसका सेवन किया देर रात तीन दर्जन से ज्यादा लोगो की हालत बिगड़ने लगी जिन्हें ईलाज के लिए सीएचसी महराजगंज पहुचाया गया लेकिन इसी बीच चार लोगों ने दम तोड़ दिया।मामले की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक अपने अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुच गए तब तक दो लोगो ने और दम तोड़ दिया।आनन फानन पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।पुलिस व आबकारी विभाग ने मामले की जांच शुरू की तो शराब मिलावटी निकली तत्काल दुकान के अनुज्ञापी व सेल्समैन के खिलाफ मुकदमा लिखा साथ ही दोषियों की तलाश शुरू की व जिस ब्रांड की शराब से मौते ही उसपर रोक लगा दी।लेकिन इस दौरान मौतों का आंकड़ा बढ़ता हुआ दस पहुच गया।इसी बीच ओलिस ने शराब की दुकान के मालिक व सेल्समैन को व एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।मामले की विवेचना के दौरान पड़ोस के एक गांव के प्रधान का नाम सामने आने पर जब उसे गिरफ्तार किया गया तो उसके पीछे एक बड़ा गैंग सामने आया और आज पुलिस ने गैंग के 7 लोगो को गिरफ्तार कर लिया साथ ही उनके पास से बरामद स्कार्पियो व पिकअप गाड़ी से 2250 शीशी नकली शराब व नेक्सान कार से 221 शीशी कुल 10 पेटी नकली शराब बरामद की गई।4200 ढक्कन, क्यूआर कोड आदि बरामद किए गए।फिलहाल इस पूरे गैंग को नवीन जायसवाल संचालित करता था और वो अभी तक पुलिस की पकड़ से फरार है।उसपर पुलिस ने 25 हजार का ईनाम घोषित कर उसकी तलाश शुरू कर दी। इस गैंग ने जिले के दो देशी शराब की दुकानों पर ये नकली शराब कम कीमत में बेची थी और इसके सेवन से ही 11 लोगो की मौत हो गई।

*आखिर बड़े अपराधी रायबरेली पुलिस कि पकड से क्यूं रहते हैं दूर*

जिले के तेजतर्रार युवा पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार व कुशल अनुभव के धनी जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने भले ही मामले में ताबड़तोड़ कार्यवाही कर खुलासा कर दिया हो किन्तु मुख्य आरोपियों का पुलिस कि पहुंच से दूर होना कहीं न कहीं प्रश्न चिन्ह लगा रहा है अभी हाल ही में मिल एरिया थाना क्षेत्र के बैंक मैनेजर हत्याकांड के भी मुख्य आरोपी नगीना पर भी ईनाम जरुर घोषित है किंतु वह भी पुलिस कि पहुंच से दूर है अब देखना यह है कि कुशल नेतृत्व के घनी पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार किस तरह से इन अपराधियों को पकड़ सलाखों के पीछे करते हैं