🔴संत कबीर नगर / आज खलीलाबाद में प्रबुद्ध जनों की एक मीटिंग हुई जिसमे पूर्व विभागाध्यक्ष एवं बालरोग विशेषज्ञ स्वर्गीय डा० वाई.डी.सिंह के पुण्यतिथि पर इसका आयोजन किया गया, डा० वाई.डी.सिंह के आदर्शों को आत्मसात करते हुए उन्हें याद किया गया और इस बात को कहा गया कि
डा० वाई.डी. सिंह ने अपने जीवन में ये निर्णय लिया था और विचार दिया था कि डिब्बे बन्द दूध का बहिस्कार करें, बच्चे के लिए केवल मां के दूध का ही प्रयोग करें मां का दूध कम होने पर गाय के दूध का प्रयोग करें लेकिन डिब्बे का दूध नहीं, क्योंकि बच्चे के स्वास्थ्य के लिए ये उचित नहीं है, और इसके लिए तमाम बड़ी बड़ी कंपनिया डॉक्टर साहब के पीछे पड़ी थीं कि डॉक्टर साहब अपने बयान को वापस ले लें लेकिन डॉक्टर साहब ने तमाम दबाव के बावजूद भी अपने बयान को वापस नहीं लिया और इस बात पर अडिग होकर समाज को बचाने का प्रयास किया।
इंसेफलाइटिस जैसी घातक बीमारी के कार्यकाल में पूर्वांचल के लोगो को पूरी निष्ठा से बचाने का काम किया।
जब वे स्नातक विधान परिषद के रूप में चुने गए तो सदन के भीतर भी तमाम जनहित के मुद्दों को उठाने का काम किया, हम सभी उनके सिद्धांतो एवं विचारों को आत्मसात् करते हुए उन्हें नमन करते हैं, और साथ ही साथ निर्णय लिया गया की दिग्विजयनाथ उच्चतर महाविद्यालय की पूर्व अध्यक्षा एवं उनकी पत्नी डा० श्रीमती गीता सिंह को और उनके पुत्र को जब भी हम लोगों की आवश्यकता होगी हम सभी लोग उनके साथ मजबूती से खड़ा मिलेंगे।
उक्त कार्यक्रम में रामकुमार सिंह प्रधानाचार्य हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज खलीलाबाद, हरिबक्स सिंह अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षक संघ संतकबीरनगर, अवध नारायन मिश्र जिलामंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ संतकबीरनगर,अभिषेक सिंह, द्विजेंद्र बहादुर सिंह, उदयभान यादव, योगेंद्र सिंह, राधेश्याम यादव, रविप्रकाश सिंह, ब्रमदेव सिंह, मनोज मिश्र, लालमन प्रसाद, बिनोद गुप्ता, संतोष श्रीवास्तव, सुरेंद्र चौबे, बृजेश सिंह, नवल तिवारी सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।