🟥बाड़मेर राजस्थान / जमाअ़ते गौषिया, कादरिया, सिकंदरिया ने पीरे तरीक़त शहज़ादा-ए-जहानियां नूरुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी मद्द ज़िल्लहुल आ़ली को सिक्कों से तौल कर उनकी आ़ला ख़िदमात का एतिराफ किया।

मग़रिबी राजस्थान के ज़िला बाड़मेर के तालसर गांव में मदरसा फैज़े गौसिया तालसर के वसीअ़ मैदान में जशने इफ्तिताहे मस्जिदे गौसिया व त‌अ़लीमे कुर‌आं कांन्फ्रेंस का इन‌-इक़ाद इन्तिहाई अक़ीदत व एहतिराम,शानो शौकत और अ़ज़ीमुश्शान पैमाने पर किया गया। इस कान्फ्रेंस की शुरुआ़त हज़रत मौलाना क़ुदरत अ़ली साहब सोहरवर्दी के ज़रिए तिलावते कलामे रब्बानी से की गई। बादहू मदरसा फैज़े गौषिया तालसर के तल्बा व तालिबात ने न‌अ़त व मन्क़बत,तक़ारीर व मुकालमा के हसीन मनाज़िर पेश किए बादहू शहज़ादा-ए- मुफ्ती -थार हज़रत अ़ल्लामा व मौलाना अ़ब्दुल मुस्तफा साहब सोहरवर्दी न‌ईमी ने बेहतरीन ख़िताबत फ़रमाया बादहू ख़तीबे हर दिल अ़ज़ीज़ हज़रत मौलाना जमालुद्दीन साहब अनवारी नाइब सदरूल मुदर्रिसीन दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ़ ने इल्म व उ़ल्मा-ए-किराम की फ़जीलत पर शानदार बयान फ़रमाया बादहू पीरे तरीक़त शहज़ादा-ए-जहानियाँ नूरुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी मद्दज़िल्लहुल आ़ली वन्नूरानी शैख़ुल हदीष: दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ़ ने मदरसा फैज़े गौषिया के तल्बा व तालिबात को क़ुर‌आने मजीद की आख़िरी सूरतें व दुआ़-ए-ख़त्मुल क़ुर‌आन से क़ुर‌आन मजीद मुकम्मल करवाया व कुछ तल्बा व तालिबात को सूरह-ए-फातिहा की तिलावत से क़ुर‌आन मजीद शुरूअ़ करवाया। बादहू आप ने फ़ज़ीलते इल्मो अ़मल, तक़वा व परहेज़गारी, मसाजिद की फ़जीलत बयान फरमाते हुए लोगों को ज़कात की अहमियत और उसकी फ़ज़ीलत पर रोशनी डालते हुए फ़रमाया कि जब तक साहिबे ज़कात अपने माल की ज़कात अदा नहीं करता है तब तक उसका माल राहे ख़ुदा में ख़र्च करने के लायक़ ही नहीं होता। साथ ही साथ आपने तीन अहम बातों पर ज़ोर दिया (1) अल्लाह की बंदगी,उसकी बारगाह में ज़्यादा से ज़्यादा सरे न्याज़ ख़म करना,नमाज़े पंजगाना व जुम्ला अरकाने इसलाम की पाबंदी करना (2) अपने बच्चों को दीनी अ़सरी त‌अ़लीम से आरास्ता करना (3) आपस में इत्तिहादो इत्तिफ़ाक़ बरक़रार रखना।

ख़ुसूसी नात ख़्वानी का शर्फ़ मद्दाहे रसूल बुलबुले बाग़े मदीना हज़रत क़ारी मोहम्मद जावेद साहब सिकन्दरी अनवारी व वासिफ़े शाहे हुदा हज़रत हाफ़िज़ व क़ारी अ़ताउर्रहमान क़ादरी अनवारी जोधपुर ने हासिल किया।
आखिर में गौषिया,क़ादरिया, सिकन्दरिया जमाअ़त की तरफ से पीरे तरीक़त शहज़ादा-ए-जहानियां नूरुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी मद्दज़िल्लहुल आ़ली वन्नूरानी शैख़ुल हदीष दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ़ को दीन व सुन्नियत की तब्लीग़ व इशाअ़त और इन्तिहाई इनहिमाक और पाबंदी के साथ दरसो तदरीस व सैकड़ों मदारिस व मकातिब के क़याम व सरपरस्ती की अ़ज़ीम ख़िदमात के एतिराफ में सिक्कों से तौल कर उ़ल्मा नवाज़ी का सुबूत दिया, जब कि हज़रत पीर साहब क़िब्ला ने फौरन ही उस मुकम्मल सिक्कों की रक़म को मदरसा फैज़े गौषिया तालसर को वक़्फ कर दिया।
फिर शहज़ादा-ए-मुफती-ए-थार हज़रत अ़ल्लामा मौलाना अ़ब्दुल मुस्तफा साहब सोहरवर्दी न‌ईमी शैख़ुल हदीष दारुल उ़लूम अनवारे गौषिया सेड़वा व दीगर उल्मा व सादाते किराम के हाथों हज़रत पीर साहब की बारगाह में सिपास नामा पेश किया गया। आखिर में हुज़ूर नूरुल उ़ल्मा क़िब्ला पीर साहब ने मौलाना ख़ालिद रज़ा अनवारी ख़तीब व इमाम मसजिदे गौषिया तालसर को 1100 ग्यारह सौ रुपए बतोरे इन‌आ़म पेश करके उनकी हौसला अफज़ाई फरमाई।
इस कान्फ्रेंस में ख़ुसूसियत के साथ यह हज़रात शरीक हुए।
जनाब सय्यद सोहबत अ़ली शाह मटारी आलमसर,जनाब नवाज़ दर्स सरपंच ग्राम पं: जालीला,जनाब मलूक खान सरपंच ग्रा: पं: तालसर,
हज़रत मौलाना बाक़िर हुसैन क़ादरी बरकाती,हज़रत मौलाना उ़बैदुल्लाह मदरसा रज़ा-ए-मुस्तफा मिठे का तला,
हज़रत मौलाना मुराद अली क़ादरी अनवारी मदरसा फैज़े क़ादरिया हरपालिया,हज़रत मौलाना रियाज़ुद्दीन अनवारी सिकन्दरी ख़तीब व इमाम हरपालिया,हज़रत मौलाना जमालुद्दीन अनवारी ख़तीब व इमाम फास्ट कारिया,हज़रत मौलाना शुमार अ़ली सिकन्दरी अनवारी ख़तीब व इमाम छोटा ईटादा,हज़रत मौलाना शाकिर अ़ली अनवारी ईटादा,हज़रत मौलाना जान मोहम्मद अनवारी दारुल उ़लूम फैज़ाने ताज बीसासर,हज़रत मौलाना अ़ब्दुर्र‌ऊफ अनवारी ख़तीब व इमाम जानपालिया,हज़रत मौलाना मोहम्मद हसन रज़ा अनवारी ख़तीब व इमाम सिंहार, हज़रत मौलाना अ़ब्दुर्रसूल अनवारी तालसर,हज़रत मौलाना नसीर अहमद अनवारी तालसर,
निज़ामत के फ़राइज़ हज़रत मौलाना मोहम्मद हुसैन साहब अनवारी ने बहुस्न व ख़ूबी निभाया।
बादहू सलातो सलाम और हुज़ूर नूरुल उ़ल्मा की दुआ़ पर यह जल्सा इख़्तिताम पज़ीर हुआ।

रिपोर्टर:- शुमार अ़ली क़ादरी अनवारी मदरसा जामिया मुजद्दिदिया फज़्ले म‌अ़सूमिया त‌अ़लीमुल कुर‌आन शिक्षण संस्थान जानपालिया,तहसील: सेड़वा,ज़िला:बाड़मेर(राजस्थान)