✍️बस्ती से सुहेल अहमद की रिपोर्ट

🔴बस्ती / आज के इस आधुनिक युग में नारी पुरुष से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है चाहे वह राजनीति का क्षेत्र हो या सामाजिक या व्यवसायिक या वैज्ञानिक या कला का क्षेत्र, नारी हर क्षेत्र में अपना एक अलग स्थान बना चुकी है। हमारे देश की ऐसी कई महान नारियां है जिन्होंने आसमान की बुलंदियों को छुआ है और देश का नाम रोशन किया है।
दृष्टि फाउन्डेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुस्तकालय एवं वाचनालय में “भारतीय परिप्रेक्ष्य में स्त्री: स्थिति एवं सम्भावनाएं” विषय पर संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी बस्ती प्रियंका निरंजन के द्वारा दीप प्रज्ज्लन से हुआ।
महिलाओ को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहाँ आधुनिक युग में नारी जहां पुरुष के कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग प्रदान कर रही है और वास्तव में देखा जाए तो कई क्षेत्रों में नारी पुरुषों से भी आगे है।
इसके बावजूद भी इस आधुनिक युग में हमारा समाज एक पुरुष प्रदान समाज है आज के युग में नारी चाहे कितने ही बड़े मुकाम पर पहुंच जाय वह नारी ही है।
कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रूप उपस्थित बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुशीनगर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर गौरव तिवारी ने कहाँ हमारे ग्रामीण समाज में महिलाओं को बाल श्रमिकों के रूप में अधिक देखा जाता है तथा शिक्षा, बाल विकास, समानता इत्यादि मौलिक अधिकारों से उन्हें वंचित रखा जाता है। किसी भी देश के स्थायी विकास के लिए महिलाओं और पुरुषों के बीच समानता महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी महोदया और मुख्य वक्ता जी के द्वारा विभिन्न क्षेत्रो में श्रेष्ठ योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम का बहुत ही कुशल संचालन राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कवयित्री डॉक्टर शिवा त्रिपाठी जी के द्वारा किया गया। विवेकानंद मिश्रा ने कार्यक्रम मे उपस्थित सभी अतिथियों विद्यार्थियों और सहभाग करने वाले विद्यालय परिवार का संस्था की तरफ से हार्दिक आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी में अलग अलग क्षेत्रो में भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिसमे अनीता श्रीवास्तव को शिक्षा एवं संगीत, डॉ निधि गुप्ता को चिकित्सा एवं सामाजिक, शालिनी मिश्र को राजनीतिक, संध्या दीक्षित को सामाजिक, नीलम सिंह को शिक्षा, रंजना अग्रहरी को संगीत, रमा शर्मा को कला, लक्ष्मी अरोड़ा को शिक्षा एवं सामाजिक, सिम्मी भाटिया को पत्रकारिता एवं अभिनय, मुस्लिमा खातून को शिक्षा, नूपुर त्रिपाठी को सामाजिक, लता सिंह को सामाजिक, वंदना तिवारी को शिक्षा, डॉ अपराजिता को सामाजिक, डॉ शिवा त्रिपाठी को साहित्यिक क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित किया गया।