🛑रिपोर्ट नरेश सैनी

🟥मथुरा। शहीद-ए-आज़म भगतसिंह के 117वें जन्मदिन के अवसर पर मथुरा की चलती-फिरती लाइब्रेरी ने एक चार दिवसीय ‘शहीद भगतसिंह स्मृति यात्रा’ की शुरुआत बुधवार को डैम्पियर नगर स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ की।

 

 

 

भगतसिंह पार्क मथुरा से लाइब्रेरी चलकर गोवर्धन, बरसाना, छाता और बाजना तक का सफर पूरा कर चुकी।
प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता नंदिता हक्सर और दिव्या कपूर के सहयोग से गोवा से लाई गई यह टाटा विंगर वैन में बनी हुई एक ऐसी लाइब्रेरी है जो सैकड़ों किताबें लेकर तय दिन व समय पर अपने पाठकों के बीच पहुंच जाती है। हर उम्र के पाठक इसमें से अपनी पसंद की किताब लेकर गाड़ी के अंदर ही बैठकर पढ़ सकते हैं। अगर वे किसी किताब को अपने घर ले जाकर पढ़ना चाहते हैं तो उन्हें मथुरा की चलती-फिरती लाइब्रेरी की सदस्यता लेनी होती है। वे चाहें तो किसी किताब का मूल्य देकर उसे सदा के लिए अपने साथ ले जा सकते हैं। किताबें पढ़ने का माहौल बनाने के साथ ही यह लाइब्रेरी भाषण वाद-विवाद, सामान्य ज्ञान, चित्रकला, गायन-वादन और खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित करती है।

इस चार दिवसीय यात्रा में यह लाइब्रेरी भगतसिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों के विचारों का प्रसार करने के लिए जनता के बीच उनके द्वारा और उनके बारे में लिखे गए लेखों को उपलब्ध करवाने पर विशेष जोर दे रही है और बच्चों व नौजवानों के लिए विज्ञान, कला, दर्शन, राजनीति जैसे विषयों पर आधारित किताबों की प्रदर्शनी भी कर रही है।
मथुरा की चलती-फिरती लाइब्रेरी के संचालक सौरभ इंसान ने बताया कि यह यात्रा मथुरा जिले के विभिन्न इलाकों में लाइब्रेरी के इस प्रारूप को प्रचारित करने के उद्देश्य से की जा रही है। इस क्रम में गोवर्धन, बरसाना और छाता में जगह-जगह नुक्कड़ सभाएँ और बुक-स्टॉल लगाने के बाद आज दोपहर बाजना स्थित बृज शिक्षा सदन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सीनियर विद्यार्थियों के साथ एक सभा का आयोजन हुआ। सैंकड़ों बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ भगतसिंह के जीवन व विचारों पर आधारित किताबें भी खरीदीं और लाइब्रेरी में मौजूद अनेकों किताबों का अवलोकन किया।
इस अवसर पर सहकार रेडियो के संचालक पवन सत्यार्थी और शिल्पी प्रतिहारी ने एक गीत प्रस्तुत किया और पोस्टर प्रदर्शनी लगाई।
विद्यालय की ओर से कार्यक्रम का संचालन राकेश चौधरी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य रमेश चन्द्र वर्मा ने किया। अध्यापकगणों में मनोज कुमार, कप्तान खान, सलीम खान, धर्मवीर सिंह, श्यामसुंदर शर्मा, पप्पू सिंह, कोमल प्रसाद, दिनेश कुमार, सुनील कुमार, शीतल गुप्ता, कुमारी कामना, कुमारी कोमल, राजेश शर्मा और करणपाल शर्मा का विशेष सहयोग रहा।