🟥डॉ शशि कांत सुमन
भागलपुर। बम ब्लास्ट में कई के परिवार खत्म हो गए.धमाके में जमींदोज हुए घरों के मलबों में लोग अपनों की यादों को खोज रहे हैं। आंखों में आंसुओं का सैलाब लिए रिश्तेदारों के सामान को टटोल रहे हैं। ब्लास्ट में मारे गए गणेश सिंह की बेटी रजनी दिल्ली से सोमवार को भागलपुर पहुंची। खत्म हुए आशियाने को देख वह बिलख रही है। काफी कोशिशों के बाद उसे अपने पिता के जूते और चश्मे मिले तो यह देखकर वह दीवार पकड़कर फफक पड़ी। दिल्ली में पढ़ाई के साथ जॉब कर रही रजनी कहती हैं कि मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया और पूरा परिवार ही खत्म हो गया है।
होली में पापा ने उसे बुलाया था : रजनी सिसकते हुए कहती है कि, ‘परिवार का पटाखा संबंधित किसी काम से कोई सरोकार नहीं था। मेरे पिता गणेश सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहें। हादसे के दो दिन पहले ही उन्होंने कहा था बिटिया होली में घर आ जाना, मन नहीं लगता है। रजनी दिल्ली से होली में घर आने की तैयारी कर रही थी। अपने पापा के लिए कपड़े भी खरीदी थी, लेकिन अब उन कपड़ों को लेकर सिर्फ बिलखते हुए वह रो रही है।
एक साल से वह भागलपुर नहीं आई थी । साल 2007 में गणेश सिंह ने यहां पर छोटा सा आशियाना बनाया था। चार बहनों में वह सबसे छोटी है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है।रजनी ने बताया कि चार साल से वह दिल्ली में रहती थी और पिछले एक साल से भागलपुर नहीं आई थी। घटना की रात उसकी एक महिला मित्र ने उसे फोन पर जानकारी दी कि उसके घर के समीप जबरदस्त धमाका हुआ है, लोगों की काफी भीड़ जुटी है।
यादों को समेट रही है बिटिया : रजनी जैसे ही मलबे में तब्दील हुए घर के पास पहुंचती है। वह परिवार से जुड़ी यादों को समेटने लगती है.पापा जिस पलंग पर सोते थे.उसे पकड़कर रोने लगती है और बिलखते हुए कहती है कि यहीं पापा न्यूज देखा करते थे और फिर सो जाया करते थे। उनको कब से दिल्ली बुला रही थी.वो आ गए होते तो आज मेरे साथ होते.’ रजनी के पिता के साथ-साथ उसकी मौसी की भी मौत हो गई। वह कुछ दिनों पहले ही यहां आई थी। रोती हुई रजनी कहती है मौसी की तीन बेटियां हैं,उसका ख्याल अब कौन रखेगा.बेटी रजनी को रोता देख स्थानीय लोगों की आंखों में भी आंसू आ जा रहे हैं। भागलपुर बम ब्लास्ट मामले में पुलिस ने लीलावती, महेंद्र मंडल और मो. आजाद को घटना में आरोपी बताते हुए वारदात में शामिल लोगों पर मामला भी दर्ज किया है। पूरी घटना की जांच अब एटीएस कर रही है।

फोटो : ब्लास्ट के बाद मलबों में ढूंढती हुई बेटी रजनी