🟥बिहार नालंदा  / मदरसे में घुसकर रमज़ान महीनें में धार्मिक किताब कुरान को जलाना इससे निम्न हरक़त नहीं हो सकता है। यह सरकार के सबसे बड़ा असफ़लता का परिचायक है।यह बातें आल इण्डिया मजलीशे इतेहादुल मुसलमीन के प्रदेश संयुक्त सचिव सुनील कुमार यादव ने ब्यक्त किया।उन्होंने कहा धर्म निरपेक्षता का दम्भ भरने वाली नीतीश तेजश्वी की सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है।

सरकार को दोषियों के ऊपर सख्त से सख्त क़दम उठाना चाहिए।अन्यथा जनता का न्याय और इंसाफ़ से विश्वास उठ जायेगा।
हम सभी को पता है कि भगवान एक है उसके अलग अलग नाम है।
इसतरह का कार्य समाज का कोढ़ है।ऐसा कोई धर्म नहीं जो इस तरह का कलंकित कार्य करता हो।
उन्होंने कहा ये स्वस्थ्य समाज के लिए अभिशाप हैं इस तरह के लोगों का स्थान सिर्फ़ जेल है बाहर कोई स्थान नहीं है।
यह हरकत सर्वदा निन्दनीय है।