डॉ शशि कांत सुमन
पटना। पश्चिम बंगाल में ममता दीदी के लिए खेला करने वाले देश के जाने माने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब बिहार में खेला करने को तैयार नजर आ रहे हैं। दरअसल प्रशांत किशोर जल्द ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देने वाले हैं। प्रशांत किशोर कमिशन बिहार एक्टिवेट हो सकता है। क्योंकि टीएमसी के जरिए वह बिहार में पॉलिटिकल एंट्री करने को तैयार हैं। पहले प्रशांत किशोर अपनी पार्टी बनाने पर विचार कर रहे थे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अब उन्होंने टीएमसी के जरिए ही बिहार में एंट्री करने का मन बनाया है। हालांकि इन खबरों की अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। प्रशांत किशोर नैंसी के जरिए मिशन बिहार के लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर रखा है और इसी ब्लूप्रिंट पर आगे बढ़ते हुए कीर्ति झा आजाद और पवन वर्मा जैसे नेताओं को तृणमूल के साथ जोड़ा गया है। साल 2015 में नीतीश कुमार के लिए इलेक्शन मैनेजमेंट देखने वाले प्रशांत किशोर राजनीतिक कैरियर की शुरुआत जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर की थी। लेकिन नीतीश के साथ तो वह बहुत ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाए बाद में उन्होंने बिहार की बात के जरिए अपनी सक्रियता भी दिखाई लेकिन पश्चिम बंगाल चुनाव के कारण और बिहार से दूर ही रहे। अब एक बार फिर वह बिहार का रुख करेंगे। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने मिशन को ध्यान में रखते हुए बिहार से आने वाले ऐसे नेताओं को टीएमसी में जुड़ा है, जो नीतीश कुमार और बीजेपी को राज्य के अंदर टक्कर दे सकते हैं। हालाकिं कीर्ति झा आजाद और पवन वर्मा की जमीनी राजनीति कितनी मजबूत है अपने आप में यह भी एक बड़ा सवाल है। इसके बावजूद इन नेताओं को प्रशांत किशोर ने तृणमूल में एंट्री दिलवाई है। प्रशांत किशोर पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के बाद बिहार पर ज्यादा फोकस करने की तैयारी कर ली है। इन पांच राज्यों में प्रशांत किशोर किस पार्टी के लिए काम करेंगे। अभी इसका खुलासा प्रशांत किशोर ने नहीं की है।