🟥बाराबंकी। जनपद के तहसील रामसनेहीघाट के अंतर्गत ग्राम पंचायत लकड़िया निवासी समर बहादुर सिंह पुत्र भैरो बक्स सिंह ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिनांक 0 4-3- 2023 को माननीय जिला अधिकारी महोदय बाराबंकी को दिया था। जिसमे यह आरोप लगाया है कि मेरे ग्राम पंचायत में पंचायत भवन लगभग 20 वर्ष पुराना था। वह इतने समय में ही इतना जर्जर नहीं था। कि वह गिर जाता। किंतु पंचायत भवन को ग्राम प्रधान एवं उनके सहयोगी अरविंद यादव द्वारा बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति लिए गिरा दिया गया है उक्त इमारत को ध्वस्त करने हेतु समस्त शासकीय औपचारिकताएं पूर्ण किया जाना जरूरी था। किंतु ना तो वक्त पंचायत भवन का किसी सक्षम अधिकारी द्वारा नीलामीनही की गई है।और ना ही निरीक्षण कर ध्वस्त कराने की अनुमति प्रदान की गई है। केवल प्रधान के कहने से पंचायत भवन की छत को गिरा कर उसकी सरिया एवं मालवा चोरी-छिपे उठा लिया गया है। जो सरकारी संपत्ति चोरी वह नुकसान की श्रेणी में आताहै। सरकारी धन का बंदरबांट करने के उद्देश्य से ग्राम प्रधान द्वारा इस तरह का काम मनमाने ढंग से किया गया है। इस संबंध में समर बहादुर सिंह द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र संख्या 30090023000333 संपूर्ण समाधान दिवस में दिया जा चुका है।जिसके बाबत एडीओ पंचायत बनी कोडर एवं खंड विकास अधिकारी बनीकोडर द्वारा ब्लॉक में बैठकर ग्राम प्रधान से मिलीभगत करके फर्जी रिपोर्ट जांच आख्या लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है। इससे क्षुब्ध होकर फरियादी समर बहादुर सिंह पुत्र भैरव बक्स सिंह ने पुनः एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिनांक 10:00 4 2023 को आईजीआरएस के माध्यम से जिला अधिकारी महोदय बाराबंकी को प्रेषित किया है। जिसमें सक्षम अधिकारी से जांच करा कर कानूनी विधिक कार्यवाही करने एवं दोषियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। अब देखना यह है कि जिला अधिकारी महोदय उक्त प्रार्थना पत्र पर क्या संज्ञान ले पाते हैं। या नहीं -?- यह समय के गर्भ में है। योगी सरकार बार-बार कह रही है। कि भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन युक्त उत्तर प्रदेश में सरकार चल रही है। किंतु इस तरह के घटनाक्रमों को देखने से स्पष्ट हो रहा है। कि जितना भ्रष्टाचार 60 सालों में नहीं था। उससे अधिक इस 10 वर्षों में लगातार बढ़ता जा रहा है।गलत कार्यों में मशगूल रहने वाले इतने निरंकुश और भयमुक्त हैं। कि जो वह चाहे वही करते रहते हैं।और उन पर किसी अधिकारी या कानून का कोई भय नहीं है। क्या उत्तर प्रदेश सरकार इस पर अंकुश लगा पाएगी या नहीं ।

✍️सूर्ज मणि पांडेय ब्यूरो चीफ