✍️विनोद मिश्रा की रिपोर्ट

🟥कुण्डा प्रतापगढ़, विद्युत लाइन ठीक करने के लिए खम्भे पर चढ़े युवक की मौत पर शव वापस आने के बाद जमकर हंगामा हुआ। मृतक अनिल पटेल की मौत लाइन दुरुस्त करते समय करंट की चपेट में गंभीर रूप से झुलसने के कारण इलाज के दौरान हो हुई मौत हो गयी।
बीते कई दिनों से उसका इलाज चल रहा था। गुरुवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। कार्यवाही को लेकर रोते बिलखते परिजनों ने थाने का घेराव किया। इधर विभाग का ने पुलिस को सूचित किया है की मृतक उसका कर्मी नहीं है।

क्या है पुरा मामला जिससे थाना का हुआ घेराव

मानिकपुर थाना क्षेत्र के केशवपुर निवासी अनिल कुमार पटेल 25 वर्ष पुत्र फूलचंद पटेल गढ़ी मानिकपुर स्थित विद्युत सब स्टेशन का संविदा लाइनमैन कर्मचारी का सहकर्मी था, जो संविदा सहकर्मी के साथ क्षेत्र में कार्य करता था। मानिकपुर क्षेत्र में कार्यरत संविदा कर्मी के निर्देश पर लाइन का सट डाउन लेने की बात कह कर उसे फाल्ट ठीक करने के लिए खम्भे पर चढ़ाया था। लाइन ठीक करते समय अचानक बिजली आ जाने से वह गंभीर रूप से झुलस कर खंभे से नीचे गिर गया था, जहां उसे गंभीर चोटे आई थी। प्रयागराज शहर के एक निजी हॉस्पिटल में घायल युवक का इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान उसके दोनों हाथ काट दिए गए। बुधवार की रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शव के घर पहुंचने पर परिजनों समेत ग्रामीण शव को लेकर मानिकपुर थाने पहुंचे। जहां थाने का घेराव करते हुए पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई। क्षेत्रीय विद्युत अवर अभियंता ने थाना में पहले ही तहरीर देकर अवगत कराया था कि अनिल कुमार पटेल विद्युत विभाग का संविदा कर्मी नहीं है। इसलिए उसे विभागीय सुविधाएं नहीं दी जा सकती हैं। परिजनों का आरोप है कि जब अनिल कुमार विभागीय कर्मचारी नहीं है, तो उससे बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी काम क्यों करवा रहे थे। मृतक की विधवा पत्नी सुनीता देवी व दो छोटे अबोध बच्चे लावारिस हो गए हैं। अब उनकी कौन परवरिश करेगा तथा कैसे होगा उनका जीवन यापन। यही सोच सोच कर विधवा पत्नी सुनीता देवी रोते-रोते बेहोश हो जाती थी। पत्नी और बच्चों की हालत देखकर मौजूद लोगों की भी आंखें नम हो जा रही थी।
मानिकपुर थाने के मंदिर के पास मृतक के परिजनों व ग्रामीणों की कार्रवाई की मांग को लेकर जुटी भीड़।