डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। गंगा जल स्तर जिले में तेजी से उतर रहा है। अभी 38.48 मीटर से नीचे घटता जा रहा है। ऐसे में कई सरकारी कार्यालय यथा विद्यालय, स्वास्थ्य केन्द्र, सरकारी चापाकल जो जलमग्न था। धीरे धीरे यह सभी जल से बाहर आ गये है। इन सभी में स्वास्थ्य की दृष्टि से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का निर्देश दिया गया। सभी जिलावासियों को सूचित किया जाता है कि जो चापाकल, जलापूर्ति योजना बाढ़ में डूब गया था और अब पानी कम होने पर बाहर आ गया है , इसका उपयोग पीने के लिए नहीं करें। लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, मुंगेर द्वारा उसे गुणवत्तायुक्त किया जायेगा। शुद्ध पेयजल होने के उपरांत ही उस चापाकल, जलापूर्ति योजना के पानी को पीने के लिए उपयोग करें। पीएचईडी द्वारा कंट्रोल रूम नम्बर- 06344-226211 भी जारी किया गया है। जिस पर कोई भी संबंधित शिकायत एवं सूचना का आदान प्रदान कर सकते है। गौरतलब है कि पीएचईडी निर्मित 862 चापाकल जलमग्न था। इसके अतिरिक्त जिला पदाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव का निर्देश दिया गया है। बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए अलग अलग नोडल की नियुक्ति भी की गयी है। जो स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगातार भ्रमण कर वहाॅ डायरिया, सर्दी, खासी, बुखार, पानी लगने का दवा तथा अन्य स्वास्थ्य सुविधा को बहाल कराना सुनिश्चित करायेगे। उन्हें निर्देश दिया गया कि क्षेत्र भ्रमण करें तथा कैंप आयोजित कर दवा वितरण का कार्य जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करे।