✍️ *राजन शुक्ला बहराइच*

🛑बहराइच: राष्ट्रीय ओलमा काउंसिल के सदस्यों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को संबोधित कपन जिला अधिकारी को सौंपा। सभी ने संविधान के अनुच्छेद 341 से धार्मिक प्रतिबंध बहाल करने की मांग की।

राष्ट्रीय ओलमा कांउंसिल के जिलाध्यक्ष मौलाना सरवर खान कासमी त्याग वायु में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर सभी ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि आज ही के दिन 10 अगस्त 1950 को एक विशेष अध्यादेश लाकर अनुच्छेद 341 को पास किया गया था। जिसमें हिंदू धर्म को छोड़कर अन्य धर्म को मानने वाले अनुसूचित जाति जनजाति के सदस्य नहीं माने जाएंगे अर्थात वह सभी आरक्षण के योग्य नहीं रहेंगे। लेकिन इस पर कांग्रेस सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय को वरीयता दी।

सभी का कहना है कि मुस्लिम और ईसाई वर्ग, दलित और पिछड़ों को आज भी सूची से बाहर रखा गया है। ऐसे में अल्पसंख्यक समुदाय के मूल अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल ने अनुच्छेद 341 से धार्मिक प्रतिबंध को खत्म करने के साथ ही देश हित में संवैधानिक अधिकार को बहाल करने की मांग की। इस दौरान जिब्राइल खान, अब्दुल गफूर, इमरान, मोहम्मद आजम खान, नूरुद्दीन, एखलाख, सुफियान अहमद, तौहीद, अब्दुल हसीब, मोहम्मद अहमद खान, मोहम्मद मुस्तकीम समेत अन्य मौजूद रहे।