🟥बस्ती/रातोरात घिसाई करने वाले मजदूर अरबपति बन गया,नोटिस माइन के बाद मजदूर को बैंक में अपने खाते में जमा राशि की जानकारी मिली,न पढ़े लिखे होने के कारण मजदूर ने नोटिस को आसपास के लोगों को पढ़ाया तब जा करके उसे पता चला की उसके बैंक खाते में 2 अरब 21

 

करोड़ की धनराशि आयी है,कहां से इतने पैसे खाते में आ गये।जब इसकी जानकारी लालगंज पुलिस को हुई तो वह जांच में जुट गयी है।

एक तरफ जहां लोग रातोरात अमीर होने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं,लेकिन एक ऐसा मजदूर जो दिन रात

 

मेहनत करके अपने घर का जीवकोपार्जन करता है,छप्पर में रहकर मजदूरी करके पक्के मकान बनाता है मजदूर को रातोंरात अमीर होने के सपने भी नही होते हैं लेकिन मजदूर के खाते में अचानक अरबों रुपए आ जाता है जिसकी जानकारी इनकम टैक्स द्वारा मिले राशिद से होती है और मजदूर को

 

पता ही नहीं और खाते में जमा हो जाते हैं दो अरब रुपए से अधिक,पूरा मामला लालगंज थानाक्षेत्र के बरतनिया गांव एक मजदूर के बैंक खाते में दो अरब 2 करोड़ 21 करोड़ रुपये जमा हो गए,हैरानी की बात यह है कि इस बैंक खाते के बारे में मजदूर को जानकारी भी नहीं है,कुछ दिन ‘पहले

 

रजिस्टर्ड डाक से जब आयकर विभाग का नोटिस उसके घर पहुंचा तो मजदूर समेत पूरा परिवार हैरान रह गया,जिसकी शिकायत लालगंज थाने में की गई शिवप्रसाद निषाद दिल्ली में मजदूरी करते है, आयकर का नोटिस घर पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद वह गांव लौट

 

आया,नोटिस में उसके बैंक खाते से 2 अरब 21 करोड़ 30 लाख रुपये कैश जमा होने की सूचना दी गई,टीडीएस के रूप में 4 लाख 58 हजार 715 रुपये पहले ही बैंक द्वारा काटे जा चुके हैं,मजदूर शिवप्रसाद ने आशंका जताई कि 2019 में उसका पैन कार्ड गुम हो गया था,जिसकी मदद से ही

 

किसी ने जालसाजी कर उसके नाम से खाता खोल लिया होगा।

इस पूरे मामले पर शिव प्रसाद ने बताया की पहली बार आया था तो ही उतना ध्यान नहीं दिया,इस बार जब आया तो लोगों को दिखाया फिर जानकारी मिली लेकिन मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं और न ही

 

हमारे खाते में पैसे हैं,एक खाते में 29 हजार रुपए हैं और एक खाते में एक भी पैसे नही है,जानकारी मिली की नोटिस आई है तो दिल्ली भागते हुए आ गए,नोटिस में देखा की 2 अरब 21 करोड़ 30 लाख 7 रुपए लिखा हुआ है,जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।