🟥(बलिया)

*वंचित वर्ग को साथ लेकर चलना ही भगवान राम का अनुसरण है – डॉ० शैलेश सिंह शौर्य*

मां खिला की भवानी शक्ति पीठ के द्वारा मां भवानी के प्रांगण में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल मेले का आयोजन किया गया, मेले का उद्घाटन प्रांतीय परिषद् के सम्मानित सदस्य, पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भगवान पाठक ने किया।
तत्पश्चात मां खिला की भवानी का उन्होने पूजा अर्चना की और आशिर्वाद प्राप्त करने के उपरांत लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि, यह विशाल मंदिर मां खिला की भवानी छतरसर – पहराजपुर, पूर में जो स्थित है इनकी महिमा अपरम्पार है। यह आज का दिन सौभाग्यशाली है कि एकतरफ जहां नवमी के दिन मां भगवती की पूजा अर्चना की जाती है वही इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है।
उन्होंने नवरात्रि के समापन और राम जन्मोत्सव पर विस्तार से चर्चा की।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के युवा शिक्षाविद् *डॉ० शैलेश सिंह सौर्य* ने आम जनमानस को उद्बोधित करते हुए कहा कि, उभरते भारत की आवाजों के साथ हमें यह आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि हम गंगा-जमुनी तहजीब के साथ पहले भी रहा करते थे। बस हम भारतवंशियों की नई पीढ़ी अब सभी धर्म का सम्मान करें क्योंकि वंचित वर्ग को साथ लेकर चलना ही भगवान राम का अनुसरण है।
इस अवसर पर डॉ शैलेश कुमार सिंह, ग्राम पंचायत पहराजपूर के पूर्व प्रधान एवम् वर्तमान प्रतिनिधि सचन यादव, युवा समाजसेवी संजय यादव, रोहित कुमार सिंह बिट्टू, राजेंद्र सिंह, रणजीत गुप्ता, पूर्व प्रधान सत्येंद्र सिंह, श्री भगवान चौबे, ओमशंकर राय, बीरबहादूर सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। मां खिला की भवानी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि यूँ तो श्रीराम की कई विशेषताएं है, पर आज रामनवमी पर एक विशेषता याद रखें कि जीवन में संतुलन सिखाते हैं। राम अर्थात जीवन बाहर की गतिविधियों का और भीतर के शून्य का संतुलन है। वैसे भी हालात जैसे भी हो मगर जीने की राह में जिस काम से सबका कल्याण व उन्नति हो, वही धर्म है।