सदर सर्किल में बद से बदत्तर हो रहे कानून व्यवस्था पर रहे उठे सवाल

🔴महराजगंज
कानून की फिल्ड पर आउट आफ फार्म चले रहे सदर सर्किल के अफसरो पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने का भरोसा लम्बे अर्से से किया जा रहा है।सदर सर्किल मे अपराध निर्भिक अपराध के मामले आ रहे है तो लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ सत्तादल के पदाधिकारी और आम जनता तक पुलिस पर सवाल खड़ी कर रही है।सदर सर्किल मे एक जून से 3जुलाई तक 33दिनो मे लगभग 11फांसी लगाकर मौत के मामले चर्चा मे तो थे ही पनियरा क्षेत्र के एक गांव मे दो युवको ने छेड़कानी जैसा दुस्साहस किया गया और उससे भी दो कदम आगे बढ ग्रामीणो ने युवको को ऐसी सजा मुकर्रर करी कि मानवाधिकार भी लज्जित हो उठी है।मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा है आरोप है कि पुलिस ने पहले तो मामले के सेटिंग मे जुटी रही लेकिन सोशल मिडिया पर वायरल वीडियो के तूल पकड़ने पर आनन फानन मे मुकदमा कर अपना दामन बचाने का प्रयास कर रही है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक डा कौस्तुभ द्वारा निरतंर कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस महकमे मे फेरबदल और सख्त एक्शन लिया जा रहा है।एसपी के उम्मीदो पर पुलिस अपनी कार्यप्रणाली से पानी फेर रही है और आए दिन कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे है।पनियरा थानाक्षेत्र के मुजुरी पुलिस चौकी के एक गांव मे जिस तरह दो युवक पुलिस की हनक से बेपरवाह होकर छेड़कानी करने पहुचे वह पुलिस के लिए चुनौती है।युवको पर आरोप यदि सही है तो कृत्य अक्षम्य है लेकिन कानून को हाथ मे लेकर हाथ पैर बाध कर सिर के बाल मुडवाना तालिबानी सजा भी लोगो के जेहन मे पुलिस की गैरमौजूदगी दर्शा रहा है।आरोपी युवको व ग्रामीणो दोनो के कृत्य को लेकर निंदा तो हो ही रही है लेकिन इस मामले मे पुलिस की गैर जिम्मेदारी ने मककमे को ही सवालो के कटखरे मे खड़ा कर दागदार कर दिया।पुलिस छेड़कानी के आरोपी युवको को पुलिस साथ ले गयी और सुलह समझौता करा कर मामले का इतिश्री कर दिया।मामला तूल पकड़ने पर पुलिस ने दामन को बचाने के लिए मुकदमा दर्ज कर तो दिया लेकिन युवको के साथ अमर्यादित सजा और मानवाधिकार का उल्लंघन करने वालो को नामजद नही बल्कि अज्ञात ग्रामीण दर्शा कर मुकदमा किया जबकि आरोपी युवक पुलिस साथ ले गयी थी और उनसे चिन्हित कर नामजद मुकदमा हो सकता था।इस घटना से अपराधिक मामलो के दबाने और मैनेज के खेल उजागर हुआ है।बताते चले कि सदर सर्किल पुलिस अपनी कार्यप्रणाली को लेकर खुर्खियो मे है।सिंदुरिया थानाक्षेत्र के प्रकरण मे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारो ने एसपी से विरोध जताया तो 11जुलाई को सत्ता दल के पदाधिकारी पकड़ी नौनिया व आईटीएम पुलिस चौकी के अमर्यादित व्यवहार को लेकर बड़ी संख्या मे पुलिस आधीक्षक कार्यालय पहुचे और चौकी प्रभारी को हटाने की मांग की।सदर सर्किल मे पुलिस के मनमाने कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल से विभाग की किरकीरी हो रही है।