*-कोर्ट के आदेश पर इंसपेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट हुई दर्ज!*

🟥जनपद बदायूॅ प्रभारी- विवेक गुप्ता की रिपोर्ट/*

👉 :- थाने में इंस्पेक्टर ने महिला के कपडे उतरवाने के साथ ही उसको नंगे वदन पर चोटें देखीं साथ ही महिला के अर्धनग्न अवस्था के फोटो भी खींचे। इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिस कर्मियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सभी आरोपियों को निलंबित भी कर दिया गया है।
आगे आपको बता दें कि यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद का बताया जा रहा है। पीडिता एक समाज सेवी बताई जाती है। चूंकि पीडिता समाज सेवी है
इसलिए उसने एक महिला की मदद करते हुए उसके साथ हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि इस कारण से पीलीभीत थाने में तैनात पुलिस का एक सिपाही रोहित उर्फ इमरान चिढ गया।
रोहित ने दो बाइक सवार समाजसेवी महिला के पीछे लगा दिए। इन लडकों ने बीती 29 अप्रेल को खजुरिया घाट पर इस महिला के साथ मारपीट की थी।

 

इस मारपीट से महिला घायल हो गई थीं महिला घटना की रिपोर्ट लिखाने थाना इज्जत नगर पहुंची। जहां पर पीडिता ने इंस्पेक्टर क्राईम को तहरीर देकर कारवाई की मांग की ।
तभी इंस्पेक्टर ने कहा कि पहले पट्टी आदि कराओ इसके बाद आना अगले दिन जब पीडिता थाना पहुंची तब इंस्पेक्टर ने इस महिला से कहा कि अपने शरीर की चोटें दिखाओ तब इस पीडित महिला ने बताया कि चोटें ऐसी जगह हैं आपको नहीं दिखाई जा सकती हैं। तब इंस्पेक्टर ने इस समाजसेवी महिला के जबरन कपडे उतरवाकर नंगा करवाया व चोटों के बहाने अर्धनग्न अवस्था का फोटो भी खींचा। महिला ने विरोध भी किया व कहा कि आप डाक्टर नहीं हो आपका काम चोटें देखना नहीं बल्कि रिपोर्ट दर्ज करना है लेकिन इंस्पेक्टर ने नहीं मानी।
इसी बात को लेकर पीडिता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने पीडिता की गुहार सुनी और इंस्पेक्टर समेत सभी पुलिस कर्मियों पर रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है।