मथुरा
रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

मथुरा/बरसाना : सम्पूर्ण बृज मंडल में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के साथ ही भगवान की अनेकों लीलाओं से बृज बासीगण झूम उठते हैं भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के साथ ही उनकी शक्ति स्वरूपा श्री राधा रानी जी का जन्मोत्सव भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और प्रिया प्रीतम की लीलाएं अष्टसखियो के बिना मानों अधूरी हैं उसी कड़ी में आज श्री राधारानी की श्रेष्ट सखी श्री रंगदेवी महारानी का जन्मोत्सव भादों की पूर्णिमा को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ बरसाना के समीप बर्ती गांव रांकोली में बनाया गया ।

मन्दिर सेवायतों द्वारा प्रातः 9 बजे श्री रंगदेवी के विग्रह का घी, दूध, शहद , बूरा , केसर , चंदन, पंचमेवा , इत्र आदि से अभिषेक किया गया । श्री रंगदेवी मन्दिर सहित संपूर्ण रांकोली गांव घंटे – घडियोलो की आवाज से गूंज उठा इस सुंदर अवसर पर सम्पूर्ण नगर में राधे राधे के जयकारे मन को मोहित कर रहे थे साथ ही गांव की गुज़रियो के द्वारा बधाई गायन व नृत्य कर सभी श्रद्धालुओ को आनन्दित कर दिया । श्री रंगदेवी महारानी के अभिषेक के बाद महारानी की श्रृंगार आरती मंदिर सेवायत द्वारा की गई ।
इस मौके पर मंदिर में मन को मोहित करने वाला सुंदर फूल बंगला सजाया गया ।
इस अदभुत क्षण को देखने के लिए हजारों के संख्या में श्रद्धालु एवं स्थानीय ग्रामीण मंदिर परिसर में पहुंचे ।
बताते चलें कि यहां के स्थानीय लोगों की मान्यता के अनुसार श्री जी की सखी श्री रंग देवी जी के अवतार कि कथा कुछ इस प्रकार है ऐसा माना जाता है गांव राकोली में एक रंग कुंड खोदा गया था जिसमे शिवलिंग का जोड़ा निकला । सारंग गोप जी महारज को सपना आया था कि दो कन्या आपके यहाँ जन्म लेंगी उनका नाम रंग देवी व सुदेवी होगा ।