*हर तीसरा मरीज मिल रहा है पीड़ित,
*स्वास्थ्य महकमे ने जारी किया अलर्ट!*

🛑जनपद बदायूॅ प्रभारी- विवेक गुप्ता की रिपोर्ट/*

👉 :- आगे आपको जानकारी देते हुए बता दें कि एक तरफ जहां स्कूली बच्चों में इसका प्रकोप तेजी से दिखने लगा है। वहीं, बड़ों में भी इसके प्रभावितों की संख्या बढ़ने लगी है। महज जिला अस्पताल स्थित नेत्र रोग चिकित्सा विभाग की ओपीडी में एक सप्ताह के भीतर कई आईफ्लू पीड़ित मरीज उपचार कराने पहुंच रहे हैं। जो स्थिति आ रही है, उसमें हर तीसरा मरीज इस रोग से पीड़ित पाया जा रहा है।
स्वास्थ्य महकमे के लोगों की मानें तो इसमें बडी तादाद बच्चों की संख्या है। बताया जा रहा है कि अगर सौ में 30 आईफ्लू मरीज पाए जा रहे हैं तो उसमें आधे से अधिक संख्या बच्चों की पाई जा रही है।
इसको देखते हुए जहां लोगों को जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। वहीं, विद्यालयों में भी बच्चों को लेकर विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
विद्यालयों की तरफ से भी आईफृलू का लक्षण समझ में आने पर बच्चों को विद्यालय न भेजने की सलाह दी जा रही है।

आंसू पोंछने के लिए इस्तेमाल होने वाले रूमाल, आईड्राप को दूसरे को इश्तेमाल कर न दें। किसी तरह का स्ट्रªायड न डालें। एंटीबायोटिक आईड्राप का ही प्रयोग करें।
किसी भी तरह की दिक्कत समझ में आने पर नजदीकी अस्पताल पर संपर्क करें। स्कूलों में बच्चों के बचाव को लेकर कहा कि विद्यालयों को किसी बच्चे में इसके लक्षण पाए जाने पर, बच्चे को घर भेज देने की हिदायत दी गई है। साथ ही,
अभिभावकों को इससे प्रभावित होने वाले बच्चों को एक सप्ताह तक विद्यालय न भेजने की हिदायत दी जा रही है।