जिला संवाददाता – (बदायूं)- विवेक गुप्ता की रिपोर्ट/रूहेलखंड का लगने वाला सुप्रसिद्ध मिनी कुंभ ककोड़ा मेला* जिसमें की देश-विदेश व दूरदराज से श्रद्धालु आकर ब्रह्ममुहूर्त की बेला में पवित्र पावनी मां गंगा की निर्मल धारा में स्नान करने के साथ दान-पुण्य कर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालु मिनी कुंभ में पहुंचकर अपने-अपने बच्चों के मुंडन संस्कार आदि तथा कन्याओं गरीब असहाय लोगों को भोज कराते भी दिखाई पड़ जाएंगे। सुरक्षा की दृष्टि गति मेले में चोर उचक्के और मनचलों पर पैनी नजर रखने के लिए वॉच टावर लगाए गए हैं। मेले में किसानों को खेती और शिक्षा के पति जागरुकता के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी। मेले में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए मेले के पूर्वी और पश्चिमी घाट को तैयार कर दिया गया है। श्रद्धालु हर हर गंगे के जय घोष के साथ गंगा मैया की पवित्र पावन शीतल धारा में स्नान करते नजर आ रहे हैं । मेले में महिला प्रसाधन, खेल खिलौने, बर्तनों, ढोलकों मजरे, जलेबी खजले, पानी पूरी, मूंगफली के ठेले, पेठे और इलायची दाने की दुकानें मेले के निर्धारित स्थानों के अलावा मुख्य मार्ग के बीच में लगाई गई हैं। श्रद्धालु आते-जाते समय भी खरीदारी कर सकेंगे। बच्चों के मनोरंजन के लिए मेले में बड़े झूले, चांद तारा, ब्रेकडांस, मिक्की माउस, जंपिंग, नाव आदि झूले लग चुके हैं। मेले में उद्घाटन से पूर्व दोनों मुख्य द्वारों को तैयार किया जा रहा है। मजदूर मुख्य द्वारों को बनाने में जुटे हैं। मेले के गंगा किनारे पूर्व की ओर माननीय के टेंट लग चुके हैं। मेले में जनपद के शासनिक, प्रशासनिक अधिकारियों के भी टेंट लग चुके हैं। मेले में पहुंचने वाले मार्ग को तैयार किया गया था। जिसके आवागमन से मुख्य मार्ग दुरुस्त हो गया। इसके बाद मेले से आने वाला मार्ग बनाया गया था। जिसमें वाहन आवागमन करते समय फिलहाल में बनाए गए मार्ग में फंसे रहे हैं। श्रद्धालु जैसे-तैसे कड़ी मशक्कत करके अपने वाहनों को निकाल पा रहे हैं।

मेले में साफ-सफाई स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए मेला प्रशासन की ओर से मोबाइल शौचालयों को जगह-जगह लगाया गया हैं। जिससे मिनी कुंभ में दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई के दौर से न गुजरना पड़े। नन्हे मुन्ने बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से मेले में खोया पाया बच्चा समाजसेवा शिविर जो कि नंदराम शाक्य, मुहम्मद असरार के नेतृत्व में पहुंच गया है।मेले में ककोड़ा समाज सेवा समिति की ओर से डॉ. राघवेंद्र और संजीव गुप्ता के नेतृत्व में गंगा किनारे भंडारा चलाए जा रहा है। मेले में साधु संतों महात्माओं के डेरा तंबू लग चुके हैं, भजन, पूजा का क्रम भी जारी है।
शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में चल रहे प्रखर बाल संस्कारशाला की ओर से पतित पावनी मां गंगा के तट पर दीपदान किया गया। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि मां गंगा की निर्मल धारा, भारत की जीवन धारा है। पापों का नाश कर पावनता प्रदान करती हैं। जीवनदायिनी मां के आंचल को कूड़ा करकट डालकर गंदा न करें। गंगा मैया के साथ एक मां जैसा ही व्यवहार करें जिसके बदले में आपको मां के अनूठे प्यार की तरह आनन्द की अनुभूति प्राप्त होगी।