डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर। 10 वर्ष से फाइलेरिया की रोगी सीता देवी को अपने सामने फाइलेरिया कि दवा सेवन करवाकर जिलाधिकारी नवीन कुमार ने 14 दिनों तक चलने वाले एमडीए कार्यक्रम का शुभारंभ किया । इस अवसर पर सिविल सर्जन हरेन्द्र आलोक, डीपीएम नसीम रजि, जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोलिंग ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ के जिला प्रतिनिधि संजीव कुमार, केअर इंडिया से डॉ. नीलू तबरेज आलम, पीसीआई से मिथिलेश कुमार और राकेश कुमार के साथ -साथ कई स्वास्थ्य कर्मी और मीडिया कर्मी उपस्थित थे। इस अवसर पर एएनएम स्कूल की छात्राओं ने भी जिलाधिकारी नवीन कुमार के सामने फाइलेरिया रोग से मुक्ति के लिए डीईसी और एल्बेंडाजोल की दवा खाई। इस अवसर पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मी और मिडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान के तहत सोमवार से अगले 14 दिनों तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस अभियान की थीम ” सुरक्षित दवा, भरोसा स्वास्थ्य का ” के अनुसार जिला कि कुल जनसंख्या 17 लाख 22 हजार 803 में से 14 लाख 64 हजार 378 लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिला भर में कुल 713 टीम गठित की गई है। इस अभियान को सफल बनाने में जिला भर में कुल 958 आशा कार्यकर्ता, 205 आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, 263 वोलेंटियर्स और 73 सुपरवाइजर काम कर रहे है। ये सभी शहरी – ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ स्लम एरिया में घर- घर जाकर अपने सामने लोगों को फाइलेरिया से बचने के डीईसी और एल्बेंडाजोल दवा खिलाएगी। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गर्भवती महिलाओं को यह दवा नहीं खिलानी है।