✍️उमानाथ यादव

🔴रायबरेली । डलमऊ पुलिस ने एक ऐसे फर्जी आईपीएस बन कर ठगी करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने लोगों को धमकाकर 1 लाख रुपये की रंगदारी मांग ली रंगदारी न देने की सूरत में लोगों को फर्जी मुकदमें फंसाने की धमकी भी दे डाली पुलिस ने इस मामले में एक शक्श को अवैध शस्त्र व कारतूस के साथ गिरफ्तार करके विधिक कार्रवाई हेतु न्यायालय के समक्ष पेश किया है पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आकाश श्रीवास्तव पुत्र जितेंद्र कुमार निवासी मिर्जापुर द्वारा ट्रूकॉलर पर अपना वास्तविक नाम परिवर्तित करके आयुष श्रीवास्तव आईपीएस के नाम से फीड किया गया था जिससे किसी व्यक्ति को कॉल करने पर ट्रूकॉलर ऐप में आयुष श्रीवास्तव आईपीएस दिखाई देता था व्हाट्सएप पर भी उसने डीपी में पुलिस अकैडमी हैदराबाद का फोटो लगाया हुआ था और साथ ही कई वरिष्ठ अधिकारियों के फोटो इंटरनेट से डाउनलोड करके अपनी गैलरी में रखता था यह सब दिखाकर वह लोगों को यह बताता था कि वह पुलिस में है पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 16 अप्रैल 2022 को भूपेंद्र सिंह निवासी जिला मजरे नर उद्दीन थाना सलोन ने सलोन पुलिस को एक तहरीर दी कि 3 अप्रैल 2022 को मेरे मोबाइल पर एक व्यक्ति ने खुद को आईपीएस आयुष श्रीवास्तव बता कर फोन किया और उसके बाद उसने मुझ से 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी रंगदारी न देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। इसी चीज को दबाव बनाकर गूगल पर के माध्यम से इसने मुझसे 12 हजार रुपये स्थानांतरित भी करवा लिया उसके बाद इसने मेरे एक बनारस में रहने वाले रिश्तेदार का पता लगाकर उसे भी फोन किया और फर्जी मुकदमे फसाने धमकी देते हुए पैसे मांग लिए 12 अप्रैल को आयुष श्रीवास्तव ने डरा धमकाकर मेरे साले सत्यमजय सिंह से भी 15 हजार रुपये का लेब्रा डॉग कुत्ता क्रय करवा लिया ।पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद तहकीकात शुरू की और इस अभियुक्त को जोकि मिर्जापुर का रहने वाला था इसे एक तमंचा, जिंदा कारतूस, 2 मोबाइल और कुछ रुपयों के साथ गिरफ्तार कर लिया। उसने डलमऊ पुलिस को भी कई बार आईपीएस बनकर फोन किया।