विनय कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
प्रतिनिधि रुद्रपुर देवरिया।
रुद्रपुर। प्री प्राईमरी स्कूलों में नौनिहालों के समग्र विकास के लिए सोमवार को ब्लाक संसाधन केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मास्टर ट्रेनरों ने नामांकित बच्चों ‌शिक्षा देने के पूर्व मानसिक रुप सुदृढ़ बनाने के बारे में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण की शुरूआत बीईओ जया राय ने दीप प्रज्जवलन कर किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु यह ट्रेनिंग (ईसीसीई) अर्ली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन- बच्चों के बचपन की देखभाल करने के लिए दिया जा रहा है। प्री प्राईमरी एजुकेशन बेसिक शिक्षा का आधार है। जिसे मजबूत किया जा रहा है। प्रशिक्षक शक्तिनंदन मिश्र और अखिलेश भारती ने ईसीसीई का महत्व बताते हुए कहा कि बच्चों की दिनचर्या, साज सजावट, कक्षा में बैठने, शिष्टाचार, खेल- खेल में शिक्षा दिए जाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के केंद्रों पर तीन से आठ वर्ष के बच्चों को नई शिक्षा नीति के तहत दी जाने वाली शिक्षा के लिए आंगनबाड़ियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।आंगनबाड़ी केंद्रों को विकसित करने की इस मुहिम में सेविका – सहायिका की भूमिका अहम हो गई है। बच्चों के समग्र विकास के लिए सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी और बेसिक विभाग के शिक्षक मिलकर कार्य कर रहे है। प्रशिक्षण को एसआरजी उपेंद्र उपाध्याय, स्वपनेश मंगलम, एआरपी नर्वदेश्वर मणि, ब्रजेश गुप्ता, सावित्री शुभा, देवंता देवी, सुनीता देवी, सितारा देवी, पुष्पा पांडेय, दुर्गेश्वर मिश्र, बादल गोस्वामी, संजय कुमार, ईश्वर वर्मा, अनिरूद्ध सिंह आदि मौजूद रहे।